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कहानी तौब़ा-तौब़ा : लेखक महेन्द्र भीष्म

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तौब़ा-तौब़ा‘अन्ततः वह अकाल मृत्यु का ग्रास बन ही गया।’ मेरे अन्तस तक मेरी ही मौन वाणी तीर की भाँति चुभती चली गयी। अभी उस अभागे...

दोहे रमेश के, मकर संक्राँति पर

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 दोहे  मकर राशि पर सूर्य जब, आ जाते है आज ! उत्तरायणी पर्व का,........हो जाता आगाज !!कनकअौं की आपने,ऐसी भरी उड़ान ! आसमान मे हो गये...

कहानी आत्मग्लानि – भाग 1 : लेखिका सीमा अग्रावाल

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आत्मग्लानि - भाग 1 संस्कार की बात सुन कर प्रज्ञा की नसों में मानो खून जम सा गया था। पिछले दिनों गुज़री घटनाएँ, बातें, दृश्य...

कविताएँ : कवि किशन कारीगर

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कविताएँ1. कैसे वोट बैंक बढ़ाऊँ? (हास्य कविता) मुझे तो बस यही चिंता सत्ता रही की बजी अब चुनाबी घंटी मैं कैसे अपना वोट बैंक बढ़ाऊँ सत्ता की गलियारों में...

रमेश के दोहे नववर्ष पर

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 -------- दोहे  ---------- पन्नो मे इतिहास के, लिखा स्वयं का नाम ! दो हजार पंद्रह  चला,.....यादें छोड तमाम !!दो हजार पंद्रह  चला, छोड सभी का साथ...

अनूदित जर्मन कहानी ” दंपति ” : लेखक : फ़्रैंज़ काफ़्का

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           ' दंपति '                                   ...

गीत : लेखक श्याम श्रीवास्तव

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 गीत1- गीत हूँ मैं जन्म से ही ज़िंदगी की खोज में हूँ लक्ष्य जन-कल्याण है भागीरथी की खोज में हूँ जो अनय की हर चुनौती को सहज स्वीकार कर ले वन...

गीत – लेखक मणि मोहन

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  गीतसुबह ----- आज फिर खुली रह गई नींद की खिड़की आज फिर घुस गया बेशुमार अँधेरा भीतर तक आज फिर ज़ेहन में तैरते रहे शब्द और सपने अन्धकार की सतह पर आज फिर सुबह हुई इस...

नवगीत – लेखिका अनु प्रिया

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नवगीत 1- जलती धूप में भूल आई हो अपने सारे सपने कहीं जल न जाएँ देखना किसी परिंदे के पंखों को खोंसकर अपने बालों में बादलों के बीच चली जाती हो चूल्हे पर खौलता रहता...

कहानी ” नसीबन ” : लेखक महेन्द्र भीष्म

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                                  - नसीबन  - सूरज समाड़ा पहाड़ के पीछे छिपता...

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