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जयपुर – उम्मीद 2024 – कश्मीर: भारत का स्वर्ग’ का भव्य आयोजन – जयपुर के बीएम बिड़ला ऑडिटोरियम में आज का दिन खास रहा, जब ‘ओपन फॉर स्माइल ऑलवेज़’ NGO ने अपने 10वें वार्षिक कार्यक्रम, ‘उम्मीद 2024 – कश्मीर: भारत का स्वर्ग’, का आयोजन किया। यह कार्यक्रम न केवल कश्मीर की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर पर केंद्रित था, बल्कि इसमें शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 24 होनहार छात्रों को लाखों रुपये की छात्रवृत्तियां भी प्रदान की गईं। इस ऐतिहासिक पहल का उद्देश्य उन विद्यार्थियों का समर्थन करना था, जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं, लेकिन शिक्षा के क्षेत्र में असाधारण योग्यता रखते हैं। यह NGO का सामाजिक सेवा की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसने युवाओं के भविष्य को सशक्त बनाने का संकल्प लिया है।
कश्मीर का छिपा हुआ इतिहास: विचार-विमर्श सत्र का मुख्य आकर्षण
कार्यक्रम में सबसे खास बात थी, “महाभारत से वर्तमान तक कश्मीर का छिपा हुआ इतिहास” पर आयोजित विचार-विमर्श सत्र, जिसने कश्मीर के अनछुए इतिहास पर नई रोशनी डाली। सत्र में भाग लेने वाले प्रमुख वक्ताओं में शामिल थे:
- श्री सुशील पंडित, कश्मीरी पंडित और प्रसिद्ध विचारक
- कर्नल आरएसएन सिंह, पूर्व R&AW अधिकारी और अनुभवी सेना अधिकारी
- मेजर जनरल अनुज माथुर, भारतीय सेना के पूर्व अधिकारी जिन्होंने जम्मू और कश्मीर में 18 वर्षों तक सेवा की
इन विशेषज्ञों ने कश्मीर के इतिहास को महाभारत काल से जोड़ते हुए इसे वर्तमान समय के संदर्भ में भी प्रस्तुत किया। यह सत्र न केवल शैक्षणिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण था, बल्कि इसे देशभर के इतिहासकारों और शोधकर्ताओं द्वारा अत्यधिक सराहा गया। कश्मीर के समृद्ध इतिहास, संस्कृति और सामाजिक संघर्षों को समझने का यह एक अनोखा अवसर था।
सम्मानित अतिथि और विशिष्ट व्यक्तित्व
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवारी और लेफ्टिनेंट जनरल हरबिंदर सिंह वंद्रा, चीफ ऑफ स्टाफ, साउथ वेस्टर्न कमांड, भारतीय सेना, मौजूद रहे। इनके साथ सांसद मंजू शर्मा और विधायक गोपाल शर्मा ने भी कार्यक्रम में शिरकत की और छात्रों को सम्मानित किया। यह कार्यक्रम भारतीय सेना और प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति के कारण और भी विशेष हो गया।
इंजीनियर अर्जुन सक्सेना, राष्ट्रीय अध्यक्ष, ‘ओपन फॉर स्माइल ऑलवेज़‘, ने इस मौके पर कहा, “यह हमारे लिए गर्व का क्षण है कि हम पिछले 10 वर्षों से सामाजिक सेवा के क्षेत्र में कार्यरत हैं और इस बार 24 छात्रों को छात्रवृत्तियां प्रदान कर रहे हैं। हम कश्मीर के महत्व को समझते हैं और इस ऐतिहासिक कार्यक्रम के माध्यम से देश की सांस्कृतिक धरोहर को मजबूत बनाने का प्रयास कर रहे हैं।”
स्वच्छ भारत मिशन और वैश्विक संदेश
डॉ. डीपी शर्मा, स्वच्छ भारत मिशन के राष्ट्रीय ब्रांड एंबेसडर और यूनाइटेड नेशंस के डिजिटल डिप्लोमेट, ने कार्यक्रम को ऑनलाइन संबोधित किया। उन्होंने कहा, “भले ही मैं भौतिक रूप से भारत में नहीं हूँ, लेकिन भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक सीमाओं में अभी भी हूँ। भारत वह देश है जिसने विश्व को शांति, सौहार्द और मनुष्यता का पाठ पढ़ाया है। कश्मीर से कन्याकुमारी तक, यह देश वेद काल से लेकर वर्तमान तक ऋषियों की तपोभूमि रहा है।” उनके विचारों ने कार्यक्रम में एक वैश्विक दृष्टिकोण और आध्यात्मिक संदेश जोड़ा, जिससे यह आयोजन और भी महत्वपूर्ण बन गया।
छात्रवृत्तियों का वितरण: शिक्षा के क्षेत्र में एक नई पहल
‘उम्मीद 2024’ में 24 छात्रों को छात्रवृत्तियां प्रदान की गईं, जो उनके शैक्षणिक सफर को नई दिशा देंगी। ये छात्रवृत्तियां उन विद्यार्थियों के लिए एक नई आशा बनकर आई हैं, जिनके पास शिक्षा के लिए आवश्यक आर्थिक संसाधन नहीं हैं, लेकिन जिनके पास प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। इस पहल ने छात्रों के भविष्य को सशक्त बनाने के साथ-साथ शिक्षा के महत्व को भी उजागर किया है।
संरक्षक डॉ. पी. एम. भारद्वाज ने इस अवसर पर कहा, “यह कार्यक्रम केवल कश्मीर के अद्वितीय इतिहास और संस्कृति को समझने का प्रयास नहीं है, बल्कि यह हमारे छात्रों के भविष्य निर्माण में योगदान देने का भी एक महत्वपूर्ण अवसर है।” उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि ‘उम्मीद 2024’ छात्रों के विकास और शिक्षा के क्षेत्र में नई संभावनाओं को जन्म देने का एक अनोखा मंच है।
कश्मीर का सांस्कृतिक महत्व और सामाजिक संदेश
कश्मीर, जिसे भारत का स्वर्ग कहा जाता है, सिर्फ अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए ही नहीं, बल्कि अपनी सांस्कृतिक धरोहर और इतिहास के लिए भी प्रसिद्ध है। इस कार्यक्रम ने कश्मीर के अनदेखे पहलुओं को सामने लाकर न केवल वहां की सांस्कृतिक विरासत को उजागर किया, बल्कि इसके सामाजिक और राजनीतिक महत्व पर भी चर्चा की। वक्ताओं ने कश्मीर के ऐतिहासिक संघर्षों और उसकी पहचान को संरक्षित करने की जरूरत पर भी बल दिया।
सकारात्मक सामाजिक प्रभाव: ‘उम्मीद 2024’ का महत्व
इस कार्यक्रम का उद्देश्य केवल कश्मीर के इतिहास पर चर्चा करना नहीं था, बल्कि इसके माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाना भी था। ‘ओपन फॉर स्माइल ऑलवेज़’ के इस प्रयास ने समाज में सामाजिक जागरूकता फैलाने और शिक्षा के क्षेत्र में सशक्तिकरण का संदेश दिया है। यह कार्यक्रम एक प्रेरणा स्रोत के रूप में कार्य करेगा, जिससे भविष्य में और भी सामाजिक कार्यों की दिशा में कदम उठाए जा सकें।
कार्यक्रम का समापन और भविष्य की दिशा
कार्यक्रम का समापन सभी छात्रों को छात्रवृत्तियां प्रदान कर और अतिथियों के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। ‘उम्मीद 2024’ का यह आयोजन न केवल कश्मीर के इतिहास को नई दृष्टि से देखने का मौका बना, बल्कि इसमें भाग लेने वाले छात्रों, वक्ताओं और विशिष्ट अतिथियों के लिए यह एक प्रेरणादायक मंच साबित हुआ।
इस आयोजन ने शिक्षा, संस्कृति और समाज सेवा के क्षेत्र में नए मील के पत्थर स्थापित किए हैं, और हमें विश्वास है कि आने वाले वर्षों में ‘ओपन फॉर स्माइल ऑलवेज़’ की यह पहल और भी बड़ी ऊंचाइयों तक पहुंचेगी।