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तुषा शर्मा की कविता
दुनिया से कर सके तो मुहब्बत अटूटकर,लेकिन हर एक स्वार्थ के बंधन से छूटकर !पत्थर पे नाम खौद रही थी मैं प्यार काआईने दाद...
वन्दना गुप्ता की कविता
जरूरी होता है खेत को सींचा जाना भी ऋतु आने पर
यूं ही नहीं फसलें लहलहाती हैं
सभी जानते हैं मगर मानता कौन है , करता...
वन्दना ग्रोवर की कविता
चलाओ खंजर या तलवार
कुछ नहीं कहूँगीधकियाओ या करो प्यार
कुछ नहीं कहूँगीबुलाओ पास औ' करो तिरस्कार
कुछ नहीं कहूँगीनाम कर्तव्य के जताओ अधिकार
कुछ नहीं कहूँगीकीमत वसूलो...
ओम प्रकाश नदीम की ग़ज़ल
कुछ समझ में नहीं आता कि मैं क्या क्या हो जाऊँ
सब की ख्वाहिश है यही , उनके ही जैसा हो जाऊँअब दिखावा ही मेरे...
वन्दना गुप्ता की कविता – तपती रेत का रेगिस्तान हूँ मैं
तुम और तुम्हारे लाजिक
समझ नहीं आते कभी कभी
कितना हल्के में लेते हो
कभी कभी चीज़ों को
खासतौर पर यदि
वो तुमने किया हो
सिर्फ़ एक इतना भर कह...
परिवार को कलंकित करते यह ‘होनहार’
{निर्मल रानी*}
आईपीएल क्रिकेट मैच फिक्सिंग कांड इन दिनों मीडिया में भरपूर सुर्खियाँ बटोर रहा है। हालांकि क्रिकेट जैसे सबसे अधिक लोकप्रिय समझे जाने वाले...
वन्दना गुप्ता की कविता – बेबाक महिला
सुनो
मत खाना तरस मुझ पर
नहीं करना मेरे हक़ की बात
न चाहिए कोई आरक्षण
नहीं चाहिए कोई सीट बस ,ट्रेन या सफ़र में
मैंने तुमसे कब ये...
रतन सिंह ढिल्लों की कवितायें
मैं तुझे
नदी के इस किनारे से
आवाज़ दे रहा हूँतू नदी के दूसरे किनारे
मेरी तरफ
पीठ करके खड़ी हैकाश!
तेरी पीठ पर उग आतीं आँखें
पुल बन सकती...
मौलाना खालिद मुजाहिद की रहस्मय परिस्थिती मौत – और इंसाफ का कत्ल हो ही...
{ वसीम अकरम त्यागी ** } उत्तर प्रदेश में 2007 में हुऐ फैजाबाद कचहरी बम विस्फोट के आरोपी मौलाना खालिद मुजाहिद की रहस्मय परिस्थिती...
कैसा होगा नवाज़ शरीफ़ का पाकिस्तान? *
{ तनवीर जाफ़री ** }
पाकिस्तान के मतदाताओं ने एक बार फिर पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज़ (पीएमएलएन)को बहुमत देकर नवाज़ शरीफ को प्रधानमंत्री के रूप...