Tag: साहित्य जगत
गौरी वैश्य की पांच कविताएँ
गौरी वैश्य की पांच कविताएँ 1.हे ईश्वर!
हे ईश्वर
मत दो प्रलोभन
स्वर्ग का
वैभव और ऐश्वर्य का
यदि तुम्हारी भक्ति का
प्रतिफल यही है
तो निरर्थक है
दुनिया के वैभव को ठुकराना
मोहमाया...
श्यामल सुमन की ग़ज़लें
श्यामल सुमन की ग़ज़लें शिव कुमार झा टिल्लू की टिप्पणी : मंच से श्रोताओं को अपने प्रगीत काव्यों से झंकृत करनेवाले "गबैया -कवि " के साथ...
भास्करानन्द झा भास्कर की पाँच कविताएँ
भास्करानन्द झा भास्कर की पाँच कविताएँशिव कुमार झा टिल्लू की टिप्पणी : हिन्दी , अंगरेजी और अपनी मातृभाषामैथिली के चर्चित कवि भास्कर झा जी एक स्तंभकार...
रितु शर्मा की कविताएँ
रितु शर्मा की कविताएँशिव कुमार झा टिल्लू की टिप्पणी : श्रीमती रितु शर्मा हिंदी साहित्य के अंतर्जाल प्रचार माध्यम में एक परिचित कवयित्री हैं...
कच्ची उम्र के कच्चे रिश्ते
- राजस्थान के बढ़ रहा कच्ची उम्र में शारीरिक संबंध बनाने का चलन, छह जिलों में हालात सबसे भयानक, गांवों में तेजी से पैर...
A Poem by : Archana Datta
A Poem by : Archana DattaI wait for the gulmuhar to bloom
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I walk past the barren gulmuhar tree
Its the peak of winter
Its dark and...
अमित बैजनाथ गर्ग की कविताएँ
अमित बैजनाथ गर्ग की कविताएँ जिंदगी मेरी वैसे काम आए
जैसे एक 'औरत' की आती है
और मिटे तो हीना की मानिंद
जो पिसकर भी निखर जाती है...
- अमित...
पारुल रस्तोगी की पांच कविताएँ
पारुल रस्तोगी की पांच कविताएँ शिव कुमार झा टिल्लू की टिप्पणी : सुश्री पारुल रस्तोगी प्रकृतिवादी कवयित्री हैं परन्तु अतिवादी नहीं . इनकी रचनाओं में प्रवाह...
वीरू सोनकर की पांच कविताएँ
वीरू सोनकर की पांच कविताएँ राजकुमार धर द्विवेदी की टिप्पणी : देश के मशहूर आलोचक नामवर सिंह ने एक बार कहा था -'बढ़ते हुए पेड़ को...
जयश्री रॉय की लघु कथा अग्नि परीक्षा
जयश्री रॉय लघु कथा अग्नि परीक्षा- अग्नि परीक्षा -
“क्या शादी से पहले दुल्हन की किसी के साथ आशनाई?” सुन कर दुल्हा तप करअंगार बन...