महर्षि अरविंद इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड मैनेजमेंट, अंबाबाड़ी, जयपुर के कंप्यूटर एप्लीकेशन विभाग द्वारा दो दिवसीय आई टी एग्ज़ीबिशन एवं हैकाथॉन 2025 का भव्य आयोजन किया गया। इस तकनीकी कार्यक्रम में जयपुर के 18 प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों एवं विश्वविद्यालयों के विद्यार्थियों ने भाग लिया और अपने नवाचार व तकनीकी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।
कार्यक्रम के पहले दिन आयोजित आईटी एग्ज़ीबिशन में विद्यार्थियों ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, साइबर सिक्योरिटी, क्लाउड कंप्यूटिंग, डेटा एनालिटिक्स, स्मार्ट होम ऑटोमेशन, हेल्थकेयर टेक्नोलॉजी, और एजुकेशनल टूल्स जैसे विषयों पर आधारित प्रोजेक्ट प्रस्तुत किए।
आईटी एग्ज़ीबिशन के मुख्य अतिथि पवन झा, एक प्रतिष्ठित आईटी विशेषज्ञ जिन्होंने आधार कार्ड टेक्नोलॉजी का विकास इंफोसिस के अंदर किया है एवं इसके प्रमुख आर्किटेक्ट रहे हैं, ने सभी स्टॉल्स का दौरा किया और विद्यार्थियों के नवाचार की सराहना की। उन्होंने विद्यार्थियों को बाजार में चल रही नवीनतम तकनीकों, जैसे जनरेटिव एआई, ब्लॉकचेन, और 5G के वास्तविक उपयोगों के बारे में गहराई से समझाया।
उन्होंने कहा,“ऐसे आयोजन विद्यार्थियों को केवल तकनीकी ज्ञान ही नहीं, बल्कि उद्योग की मांग के अनुसार अपने कौशल को ढालने का अवसर भी प्रदान करते हैं।”कार्यक्रम के दूसरे दिन हैकाथॉन 2025 में बतौर मुख्य अतिथि डॉ. पी. एम. भारद्वाज (फॉर्मर एमडी/सीएमडी – 4 पी एस यू, संस्थापक अध्यक्ष, भारद्वाज फाउंडेशन), श्री कल्याण शर्मा (स्मार्ट प्रोजेक्ट, राजस्थान सरकार जयपुर) एवं श्री निशांत गुप्ता (सह-संस्थापक, डाटाप्ले) उपस्थित रहे।
डॉ भारद्वाज ने कहा कि भारत को शक्तिशाली एवं विश्व मार्गदर्शन बनाना है तो नवाचार के साथ-साथ में द्रुत गति से छात्रों को स्वदेशी सॉल्यूशंस को अपनाना होगा। उन्होंने सभी छात्रों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि अब वक्त आ गया है कि भारत अमेरिका,चीन, फ्रांस, जर्मनी, इंग्लैंड से आगे निकलने के लिए आपकी तरफ देख रहा है आपके कर्म योग की तरफ देख रहा है। इन विशिष्ट अतिथियों ने विद्यार्थियों के प्रोजेक्ट्स का अवलोकन किया और आईटी क्षेत्र के भविष्य की संभावनाओं पर प्रकाश डालते हुए छात्रों को प्रोत्साहित किया।
संस्थान के निदेशक डॉ. भरत पराशर ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा: “ऐसे आयोजन छात्रों को केवल तकनीकी ज्ञान ही नहीं, बल्कि समस्या सुलझाने की सोच और नवाचार का आत्मविश्वास भी देते हैं। हमें गर्व है कि हमारे छात्र भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार हैं। कार्यक्रम में कंप्यूटर साइंस के विभागाध्यक्ष तथा अध्यक्ष डॉ महावीर सेन, वाइस प्रिंसिपल सुनील चौहान एवं विपिन सिंह ने भी अपने विचार व्यक्त किये।
”कार्यक्रम के सफल संचालन और सभी सहभागियों को धन्यवाद देते हुए संस्थान के जनसंपर्क अधिकारी डॉ. मयंक शर्मा ने कहा,“यह आयोजन न केवल तकनीकी प्रतिभा को सामने लाने का मंच है, बल्कि युवाओं को टेक्नोलॉजी आधारित समाधान सोचने की प्रेरणा देने वाला मंच भी है।”