{ अमरेन्द्र यादव **} हरियाणा में दलित किशोरियों और महिलाओं के साथ दुष्कर्म की घटनाओं में लगातार तेजी से बढ़ोतरी होती आ रही है. प्रदेश में गैंगरेप की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं. पहले यह मामले केवल जाट और दलित के बीच ही सुनने को आ रहा था लेकिन हिसार के राजली गांव में एक उच्च वर्ग के प्रमुख जाति के लड़की की आबरु लुटने के बाद यहां की स्थिति और भयावह हो गयी है. हरियाणा की हुडडा सरकार प्रदेश में आर्थिक रुप से सबल जाट और अन्य चार जातियों सहित सवर्णों को ^विषेश कोटा* और ^अलग कोटा* बनाकर आर्थिक आधार पर आरक्षण देकर और सशक्त बनाने में जी-जान से जुटी हुई है. उधर अधिकतर मामलों में जाट जाति के लोग सामान्य वर्ग के लोगों के मिलिभगत से दलित और अन्य पिछड़ा वर्ग के बहु-बेटियों के ईज्जत से खेलने की खबर मीडिया में महिनों से लगातार छाई हुई है. कैथल में दो युवकों ने एक दलित किशोरी के साथ दुष्कर्म किया था. पिता ने आरोप लगाया था की सांसी मुहल्ले के मुख्य चौक के पास से कलायत के पवन और राकेश उसकी बेटी को बलपूर्वक अज्ञात स्थान पर ले गए व उसके साथ दुष्कर्म किया. गौरतलब है कि सामूहिक दुष्कर्म का शिकार होने के बाद किशोरी ने आत्महत्या कर ली थी. इस घटना ने पूरे देश का ध्यान अपनी ओर खींचा था. जींद में दलित समुदाय के लड़के द्वारा दुष्कर्म की शिकार होने के बाद अपनी जान देने वाली दलित समुदाय की ही लड़की के परिजनों से मिलने पहुंची थी] वहीं इसी दिन रात को हवस के शिकारियों ने फिर एक दलित किशोरी की आबरू को तार-तार कर दिया था
जिसके बाद सोनिया गांधी पीड़िता के परिजनों से मिलने उनके घर प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा] केन्द्रीय मंत्री कुमारी शैलजा व बीके हरिप्रसाद के साथ दौरा की थी. इस मामले के बाद हरियाणा की कांग्रेस सरकार पर उसी पार्टी के सांसद व अनुसूचित जाति और जनजाति आयोग के अध्यक्ष पीएल पूनिया ने तीखा हमला बोला और दलितों पर उत्पीड़न और दुष्कर्म पर मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को चिट्ठी लिखने पर भी तवज्जो न दिए जाने से नाराज पूनिया ने हरियाणा को दुष्कर्म प्रदेश करार दे दिया था.
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पीएल पूनिया ने बहुत पहले ही मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को इस मुद्दे पर कड़ा पत्र लिख चुके हैं. उन्होंने लिखा है कि दलितों के उत्पीड़न] दुष्कर्म और हत्या से लगता है कि प्रदेश में कानून का राज नहीं है.
अनुसूचित जाति-जनजाति संगठनों के अखिल भारतीय परिसंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदित राज ने भी हरियाणा को दुष्कर्म प्रदेश नया नाम दिया है. हरियाणा में राज्य सरकार की ओर से कई बार आश्वासन देने के बाद भी वहां लड़कियों के साथ हो रहे दुष्कर्म के मामले थमने का नाम ही नहीं ले रहे हैं. अब तो स्थिति का अंदाजा इसी बात लगाया जा सकता है की एक बार फिर फतेहाबाद की एक नाबालिग के साथ यौन हिंसा के सोनीपत में खेतों में चारा लेने गई एक युवती पुलिस की षिकार बन गई. हरियाणा पुलिस के आंकड़ों पर ही यकीन करें तो शहर में न जाने ऐसी कितनी ही लड़किया हैं जो आए दिन वहशी दरिंदों का शिकार बन रही हैं. पुलिस सू़त्रों की मानें तो पिछले साल की तुलना में इस साल दुष्कर्म की वारदात बढ़ी हैं. इसके पीछे वह जनसंख्या में बढ़ोत्तरी व मामलों को दर्ज कराने के लिए महिलाओं का आगे आना मानते हैं. लेकिन सवाल यह है कि आखिर वहशी दरिंदों पर पुलिस लगाम क्यों नहीं लगा पा रही है] पुलिस अधिकारियों की मानें तो तीन साल की बच्ची से लेकर 80 साल की बुजुर्ग महिलाओं तक के साथ दुष्कर्म की वारदात हो रही है. जाट जाति के भाजपा प्रदेश कार्यकारिण्ी के सदस्य और खाप नेता जयवीर खटकड़ इसके लिए सामाजिक तानेबाने में आए बदलाव को जिम्मेदार मान रहे हैं. उनके अनुसार पुलिस, सरकार व समाज तीनों को मिलकर इस समस्या का समाधान खोजना होगा. स्कूलों के साथ अभिभावकों को भी इस दिशा में आगे आकर बच्चों को जागरूक करना होगा. वे बताते है कि महिलाओं के साथ होने वाले अपराधों में बाहरी लोगों का हाथ बहुत कम होता है. दुष्कर्म और छेड़छाड़ जैसी वारदातों में तो 96 प्रतिशत परिचित ही शामिल होते हैं. समाज को महिलाओं के प्रति अपनी सोच में बदलाव लाना होगा. जहां तक पुलिस की मौजूदगी बढ़ाने की बात है उस दिशा में सरकार निराषाजनक काम कर रही है. सरकार अपने फायदे के लिए प्रषासन का यूज़ कर रही है. . राश्ट्रीय नवचेतना के राश्ट्रीय संयोजक विजय सोमानी दलित और अन्य पिछड़ा वर्ग के महिलाओं के खिलाफ बढ़ रहे मामलों की स्थिति को चिंता की बात मानते है. वे इसके लिए समाज को जागरूक बनाने की बात करते है. गुरू जम्भेष्वर विज्ञान एवं प्रौघेागिकी विष्वविद्यालय के मैनेजमेंट की एक छात्रा नाम ना छापने के शर्त पर बताती है कि ‘‘कितनी बेतुकी और बेमतलब की बात करते हैं ये खाप और उनके स्वयंभू चौधरी. ये खाप भी शरीफ आदमियों का जीना हराम करती हैं, बलात्कारियों का कुछ नहीं बिगाड़ सकती, या बिगाड़ना नहीं चाहती . बल्कि ये सुनने में आया है की अगर बलात्कारी रसूखदार खानदान से हो तो फिर खाप आँख मूँद लेती हैं . कम उम्र में शादी जैसे बेतुके सुझाव देने की बजाये] बलात्कारियों को पकड़ पकड़ कर लाठियों से तोड़ देना चाहिए. वैसे भी शादी सब की तो हो नहीं सकती क्योंकि लडकियां तो अब लगभग लुप्तप्राय होने जा रही हैं ^फेर इन मलंगा नै ये खाप आले कहाँ से बंदड़ी देंगे] जो बिन शादी के रह ज्यांगे* वे फिर भी बलात्कार जैसे अपराध करते रहेंगे- एक और छात्र रामनिवास के अनुसार इस समस्या का समाधान है कड़ी से कड़ी और तुरंत सजा का प्रावधान – पुलिस और न्यायिक तंत्र को प्रभावशाली और कारगर बनाने की सख्त जरूरत है . शिक्षा] टीवी] पहरावे और इन्टरनेट को इसके लिए जिम्मेदार मानना बेवकूफी के सिवा कुछ नहीं है . ^ये घनखरे क खाप आले अर्धशिक्षित लडढू न्यू ऐ सफेद गमछा कंधे पै धरे फिरैं सें* अर नेता बणन के चक्कर मै कुच्छ भी बोल देते हैं-
हरियाणा में क्यों बढ़ीं बलात्कार की घटनाएँ
पिछले एक महीने से भी कम समय में हरियाणा में लगभग 50 बलात्कार के मामले सामने आने से राज्य शर्मसार तो हुआ ही है लेकिन इन मामलों से सारा देश हक्का-बक्का रह गया है.लेकिन पिछले दिनों से राज्य में बलात्कार की घटनाएँ बढ़ी हैं. जाहिर है कहीं न कहीं यहां की पुलिस राज्य में जुर्म रोकने में असमर्थ साबित हो रही है.
सामाजिक कारण
राज्य की सामाजिक और आर्थिक हालातों के जानकार इस समस्या को कानून प्रबंधन की नाकामी के अलावा सामाजिक, मनोवैज्ञानिक, आर्थिक और राजनीतिक कारणों से जोड़कर देख रहे हैं.
उनके मुताबिक यहां के युवक ऐसा काम उस हताशा की वजह से कर रहे हैं जो उन्हें शादी न कर पाने से हो रही है. वे इसका कारण इसमें भी देख रहे हैं कि यहां के लोग अपनी जमीन खोते जा रहे हैं जिसकी वजह से उनमें एक डर पैदा हो गया है. हरियाणा में 1000 पुरुषों की तुलना में 830 महिलाएं है जो देश में सबसे कम है.इसके कारण बहुत सारे पुरुश कुंवारे ही रह जाते हैं. हरियाणा में 0-6 वर्ष की आयु के लड़के 18 लाख से अधिक हैं लेकिन लड़कियां 15 लाख से कम है. इस आयु में लड़कों की तुलना में लड़कियां 3.63 कम हैं.
हताशा है वजह
जनसंचार के षोधार्थी विनोद वर्मा आर्य का कहना है, ‘‘पुरुषों की शादी हो नहीं रही. यही कारण है कि वो हताश हैं और बलात्कार जैसा कुकर्म कर रहे हैं.’’
वे कहते हैं] दूसरा कारण उनकी पहचान का संकट है. जाटों की जमीने खत्म हो रही हैं. वो समझते हैं कि जल्द ही वो पिछड़े लोगों की श्रेणा में आ जाएंगे. इसलिए ऐसे काम कर के वो एक तरह से अपना अधिकार जता रहे हैं.’’
उनका यह भी कहना है] ^दूसरी तरफ पहले दलित और पिछड़ी जातियों के लोग जो पहले दब जाते थे और पुलिस को बताते नहीं थे अब ऐसा नहीं करते.
असली कारण
हरियाणा पर किताब लिखने वाले और राज्य के बारे में अच्छी समझ रखने वाले प्रो. डीआर चौधरी का मानना है- इसके असली कारण सामाजिक हैं. जमीन बेचने की वजह से कुछ लोगों के पास बहुत पैसा आ गया है लेकिन उनके पास कोई काम नहीं है. वो ऐसे काम कर रहे हैं.
एक नीजि कम्पनी में काम करने वाली रूवी जाखड़ कहती हैं- पहले एक बड़े बुजुर्गों का डर होता था जो अब खत्म हो गया है. वैसे भी हरियाणा एक पुरुश प्रधान जाति मानसिकता जैसा सरांध सामाज है जहां वो महिलाओं की कोई आदर नहीं करते. इसके अलावा प्रषासन में भी सजातिय बंधु ही भर्ती है तो पुलिस का भी डर नहीं है.
विशेषज्ञों का मानना है कि यहां से हालात खराब ही होते नजर आ रहे हैं और इस तरह के मामले रोकने के लिए पुलिस से लेकर पंचायत और आम जनता को अपने हित को समझते साकारात्मक कदम खापों के भंवर से बचते हुए उठाने होंगे तभी उनकी इज्जत और आबरु हिफाजत में बरकरार रह सकती है.
इसे बॉक्स में लगाने का प्रयास करें
हरियाणा प्रदेश में दलितों के प्रति हिंसा की घटनाएं हजारों की तादाद में हैं. इनमें से कुछ सामने आई हैं- कुछ दर्ज हुई हैं और कुछ चुपचाप सह ली गई या समझौता के नाम पर खत्म करा दी गई है.
हरियाणा में कुछ महत्वपूर्ण बलात्कार के मामले जो मीडिया में प्रमुखता से छाए रहें.
1.यमुनानगर के बिजौली गांव की 16 वर्षीय नाबालिग के साथ गांव के दो युवकों ने कथित तौर पर बलात्कार किया.
2. करनाल की एक दलित लड़की के साथ संजय नगर के युवक ने शादी के बहाने कथित रूप से बलात्कार किया.
3. सोनीपत के गोहाना में चार लोगों ने एक नवविवाहिता के साथ खेत में बारी-बारी से बलात्कार किया.
4. जींद के नरवाना गांव में एक मंद बुद्धि महिला के साथ मारपीट और बलात्कार किया गया.
5. 15 वर्षीय लड़की के साथ बलात्कार हुआ और इस साजिश में लड़की की बुआ व भाभी शामिल थी.
6. टोशान में तीन लोग एक आठ वर्षीय छात्रा को खेत में ले गए और उसका बलात्कार किया.
7. सोनीपत के चार युवकों ने गोहाना में 11वीं कक्षा की एक छात्रा के साथ मिलकर बलात्कार किया. लड़की बाजार से कुछ सामान लेने गयी थी.
8. जिंद के पिलूखेड़ा में तीन लोगों ने एक नवविवाहिता के साथ बलात्कार किया.
9. हिसार में 12 युवकों ने एक दलित लड़की के साथ गैंग रेप किया. जब पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की तो लड़की के पिता ने खुदकुशी कर ली.
10. भिवानी जिले में एक नाबालिग के साथ चलती जीप में बलात्कार किया गया.
11.पानीपत के एक गांव में एक नाबालिक लड़की से बलात्कार कर उसे छत से फेंक दिया गया.
12.सिरसा के थाना रानियां में गांव के युवती का अपहरण कर एक सप्ताह तक लगातार रेप.
13. डबवाली में चार साल की मासूम से कुकर्म व उसकी हत्या.
14. डाबड़ा गैंगरेप कांड, दलित युवती को सुनसान इलाके में ले जाकर आठ युवकों ने बारी-बारी से रेप किया. मामला कोर्ट में विचाराधिन है.
15. राजली गैंगरेप कांड, सुवर्ण जाति के युवती से जाट और सुवर्ण जाति के पांच लड़कों ने मिलकर पिस्तौल के दम पर अढ़ाई माह तक बलात्कार किया जाता रहा और उस दौरान आरोपियों ने मोबाईल से अष्लील क्लिपिंग भी तैयार की थी.
16. रोहतक के बलियाना गांव में दो युवकों ने 13 साल की दलित बच्ची के साथ दुष्कर्म किया
17. जींद में दलित समुदाय के लड़के द्वारा दुष्कर्म की शिकार होने के बाद अपनी जान देने वाली दलित समुदाय की ही लड़की के परिजनों से मिलने पहुंची थी.
18. सोनिया गांधी के दौरा वाली दिन के रात में हवस के शिकारियों ने फिर एक दलित किशोरी की आबरू को तार-तार कर दिया था
19. कैथल के पबनावा में अंतरजातिये विवाह करने पर दलित बस्ति में आग लगाकर पुरे गांव को जला दिया.
20. महम में दलित बंधुओं को गोली मारकर हत्या.
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**Amarendra Yadav
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