आई.एन.वी.सी,,
जयपुर,,
अशोक बैरवा ने कहा है कि भारतीय सभ्यता एवं संस्कृति विभिन्न गुणों की खान है और धार्मिक स्थल हमारी आस्था के केंद्र हैं और इसी कडी में राजस्थान के एकमात्र पर्वतीय पर्यटन स्थल आबूपर्वत अपनी एक अलग पहचान विश्वपटल पर बनाए हुए है।
श्री बैरवा ने बुधवार को सिरोही जिले के आबू पर्वत में पर्यटन स्थलों का जायजा लेते हुए यह बात कही कि इस पर्वतीय क्षेत्र में अनेक साधु संतों ने घोर तपस्या कर इसे तपोभूमि बनाकर इसे आस्था का केंद्र बनाया है। उन्होंने कहा कि संतो की भçक्त से सत्मार्ग पर चलने की प्रेरणा मिलती है भçक्त में बहुत शक्त है और वह यहां पर महसूस भी की जा सकती है। उन्होंने कहा कि धर्म भी संस्कृति के संवाहक की तरह एक पीढी से दूसरी पीढी तक सांस्कृतिक गुणों को पहुंचाने में हमारे आस्था के केंद्र में बडा योगदान देते हैं। धार्मिक एवं ऐतिहासिक स्थल राज्य में पर्यटन को बढावा देते हैं और यहां पर पर्यटन की विकास की प्रबल संभावनाएं भी हैं।
उन्होंने कहा कि इस पर्वतीय पर्यटन स्थल पर आने वाले पर्यटकों को समस्त सुविधाएं उपलब्ध हों ऐसे प्रयास सुनिश्चित किए जाने चाहिए क्योंकि हजारों की तादाद में यहां पर पर्यटक विभिन्न प्रांतो से आते हैं इससे हमारी संस्कृति के प्रचार प्रसार के साथ ही राजस्व की भी प्राçप्त होती है। राज्य सरकार पर्यटन एवं प्रमुख धार्मिक स्थलों पर आवश्यक मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रयासरत है तथा आवागमन के साधनों और अन्य आवश्यक सुविधाओं की उपलब्धता राज्य में पर्यटकों को बढावा दे रही है। उन्होंने अचलगढ में अचलेश्वर महादेव के मंदिर पर श्री देवस्थान ट्रस्ट सिरोही के अध्यक्ष पूर्व नरेश रघुवीरसिंह से बातचीत के दौरान पर्यटकों की संख्या को देख़ते हुए वहां पर पानी के नलकूप, शौचालय, यात्री विश्रामालय की सुविधा उपलब्ध कराने का सुझाव दिया इस पर ट्रस्ट के अध्यक्ष ने सहर्ष आगामी माहों में यह व्यवस्था उपलब्ध कराने का भरोसा दिलाया। श्री बैरवा ने देलवाडा के जैन मंदिर के manager से वार्ता के दौरान वहां पर भी मुख्य द्वार का जीणाüद्धार कराने, शौचालय एवं अन्य मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने की अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की इस पर मंदिर मेनेजर ने यह सभी व्यवस्थाएं कराने की सहमति व्यक्त करते हुए कहा कि इस कार्य को शीघ्र ही अंजाम दिया जाएगा। देलवाडा मंदिर पर राज्य मंत्री एवं उनकी धर्मपत्नी ने कल्पवृक्ष की पूजा अर्चना कर मन्नत मांगी। वहां की कलाकृतियां की प्रशंसा करते हुए मंदिर प्रबंधक से विस्तारपूर्वक चर्चा के बाद उसके समुचित रखरखाव के पुख्ता इंतजाम किए जाएं तत्पश्चात् उन्होंने तुलसीगिरीजी महाराज से भी सपत्नीक भेंटकर आर्शीवाद प्राप्त किया और राज्य की खुशहाली की कामना की।
उन्होंने कहा कि पर्वतीय पर्यटन स्थल माउंट आबू में अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए इसके चंहुमुखी विकास की योजनाओं को मूर्तरूप देने की जरूरत है। उन्होंने सभी दर्शनीय स्थलों को जाने वाले पर्यटक वाहनों के ठहराव को बढाने, समुचित पाकिंüग तथा सफाई व्यवस्था व अन्य सुविधाएं सुचारू बनाए रखने पर बल दिया। इस अवसर पर अनेक प्रबुद्ध नागरिक, देवस्थान विभाग के अधिकारी सहित श्री ओ.पी. बैरवा भी साथ थे।
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