{ एम. जैकब अब्राहम* }
मध्यप्रदेश में गुना में स्थापित नए मसाला पार्क में कार्य शुरू हो गया है। केंद्रीय बिजली राज्य मंत्री श्री ज्योतिरादित्य माधवराव सिंधिया ने 16 मार्च, 2013 को गुना के गांव मावन में इस मसाला पार्क का उद्घाटन किया। इस नए पार्क से मध्यप्रदेश और राजस्थान के आस-पास के 11 जिलों में मसालों के उत्पादन और प्रसंस्करण पर असर पड़ेगा। इससे मध्यप्रदेश के गुना, अशोक नगर, मंदसौर, रतलाम, राजगढ़, नीमच, श्योपुर, मुरेना और श्योपुर जिलों तथा राजस्थान के झालावाड़ और बारां जिलों के हजारों मसाला उत्पादक किसानों को लाभ होगा।
गुना का मसाला पार्क देश के विभिन्न मसाला उत्पादक क्षेत्रों में मसाला बोर्ड द्वारा स्थापित किए गए मसाला पार्कों में चौथा मसाला पार्क है, जिसमें 45 करोड़ रुपये का निवेश हुआ है। भारतीय मसाला बोर्ड ने मसाला उत्पादकों की सहायता के लिए 7 स्थानों पर मसाला पार्क स्थापित करने के लिए कदम उठाएं है, ताकि उन्हें वैज्ञानिक बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकें। इससे पहले स्थापित तीन पार्क मध्यप्रदेश में छिंदवाड़ा में, केरल में पुट्टादी में और राजस्थान में, जोधपुर में पहले से ही कार्य कर रहे है। इस नए मसाला पार्क से गुना और आस-पास के सैकड़ों गाँवों में खुशहाली बढ़ने की उम्मीद है, जहां मसालों के बीजों का उत्पादन किया जाता है।
गुना का मसाला पार्क यह सुनिश्चित करेगा कि इस पार्क से होने वाला लाभ किसानों, प्रसंस्करणकर्ताओं (प्रोसेसरों) और उपभोक्ताओं, सभी को मिले। प्रोसेसिंग केंद्र के साथ किसानों का सीधा संपर्क होगा, जिससे उन्हें उचित दाम मिलेंगे। मसाला बीजों की पैदावार लेने के बाद किसान या तो सस्ता किराया देकर पार्क में अपने पैदावार को रख सकते हैं या पार्क के अंदर स्थित मसाला प्रोसेसरों को सीधे बेच सकते हैं। इसमें बिचौलियों की भूमिका बहुत कम है, जिससे किसानों को अपनी पैदावार का उचित दाम मिलेगा। प्रोसेसरों को अच्छी गुणवत्ता वाली पैदावार प्रोसेसिंग के लिए और उनके मूल्य संवर्द्धन के लिए मिलेगी। इस प्रकार यह पार्क किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण कड़ी का काम करेगा, जिससे वे और ज्यादा इलाके में मसाला बीजों की खेती करने के लिए प्रोत्साहित होंगे तथा उत्पादकता बढ़ाने की कोशिश करेंगे।
सभी के लिए उपलब्ध कराई जाने वाली बुनियादी सुविधाओं में चौड़ी सड़कें, बिजली और पानी की बेरोक-टोक आपूर्ति, सीवरेज और गंदे पानी की निकासी की व्यवस्था, अग्निशमन सेवाएं, भार तोलने की व्यवस्था, ट्रक ट्रमिनल, पार्क का प्रशासनिक कार्यालय, गेस्ट हाउस, रेस्टोरेंट, सम्मेलन कक्ष, बैंक काउंटर के अलावा गोदाम की सुविधाएं शामिल हैं।
मसाला पार्कों से संबंधित परियोजना का मुख्य उद्देश्य गुणवत्ता में सुधार, ग्रेडिंग, पैकिंग और भंडारण आदि की सुविधाएं उपलब्ध कराना है, ताकि किसानों को उनकी पैदावार के बेहतर दाम मिल सकें। इन पार्कों में निर्यातक भी मसाला बोर्ड द्वारा निर्धारित शर्तों पर अपने यूनिट खोल सकते हैं।
मसाला पार्कों को मसालों और मसाला उत्पादों के प्रसंस्करण और मूल्य संवर्द्धन के लिए औद्योगिक पार्क माना जाता है, जहां अंतर्राष्ट्रीय मापदंडों के अनुरूप प्रोसेसिंग की सुविधाएं होती है।
क्षेत्रीय फसलों की आवश्यकता के अनुसार स्थापित मसाला पार्क, मसाला बीजों की खेती, पैदावार के बाद की सुविधाओं, मूल्य संवर्द्धन के लिए प्रोसेसिंग, पैकेजिंग, भंडारण और मसालों तथा मसाला उत्पादों के निर्यात की प्रक्रियाओं में ताल-मेल रखता है, ताकि उपभोक्ता देशों को गुणवत्ता वाले मानदंडों के अनुरूप आपूर्ति हो सके।
इन सारे प्रयासों का उद्देश्य यही है कि मसाला बीजों की पैदावार और मसाला तथा मसाला उत्पादों की प्रोसेसिंग के लिए संयुक्त रूप से बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं, जिसका उद्देश्य ग्रामीण रोजगार को भी बढ़ावा देना है। सभी मसाला पार्कों में प्रोसेसिंग की सुविधाएं अंतर्राष्ट्रीय स्तर की हैं, जिनके अंतर्गत मसाला बीजों और मसाला उत्पादों की सफाई, ग्रेडिंग, पिसाई, पैकिंग, भंडारण आदि की सुविधाएं उपलब्ध होंगी। इन सुविधाओं के अलावा मसाला बोर्ड सड़कों, जलापूर्ति प्रणाली, बिजली स्टेशन, अग्निशमन और नियंत्रण प्रणालियों, तोलने की व्यवस्था, अपजल उपचार संयंत्र, बुनियादी मापदंडों की जांच के लिए अच्छी प्रयोगशाला, बैंक और डाकघर के काउंटर, रेस्टोरेंट, कारोबार केंद्र, गेस्ट हाउस आदि की साँझी बुनियादी सुविधाओं का भी विकास करेगा।
देश में मसाला पार्कों की स्थापना सरकार की उस प्रतिबद्धता को पूरा करने का एक बड़ा प्रयास है कि देश में विकास अधिक से अधिक कृषि-आधारित और किसान हितैषी होना चाहिए। मसाला पार्कों की स्थापना से आपूर्ति श्रृंखला की व्यवस्था में सुधार होगा और पैदावार के बेहतर दाम मिलेंगे। किसान समुदाय मसाला पार्क में उपलब्ध प्रोसेसिंग सुविधाओं का लाभ उठाकर अपनी उपज की गुणवत्ता बढ़ाएगा और उसे सीधे निर्यातकों को बेच सकेगा। मसाला पार्क से किसानों और व्यापारी समुदाय को मार्गदर्शन भी मिलेगा। मसाला पार्क खेती की अच्छी प्रक्रियाओं, फसल उतरने के बाद के कार्यों, उन्नत तकनीकों, विश्वस्तरीय खाद्य सुरक्षा और गुणवत्ता मानदंडों आदि के बारे में प्रशिक्षण कार्यक्रम भी चलाता है।
*उपनिदेशक, पत्र सूचना कार्यालय, तिरूवनंतपुरम
*विशेष लेख वाणिज्य मंत्रालय के कोच्चि स्थित मसाला बोर्ड से प्राप्त जानकारी पर आधारित है।