आतंकवाद और अतिवाद की कठोर निंदा करते हुए,
अहमदिया मुस्लिम युवा संगठन ने आज नई दिल्ली प्रबंधन संस्थान में आयोजित शांति
संगोष्ठी में सार्वभौमिक शांति और भाईचारे का सन्देश दिया. संगोष्ठी को संबोधित
करने वाले गणमान्य वक्ताओं में पूर्व केंद्रीय मंत्री आरिफ मोहम्मद खान,
जाने-माने वैज्ञानिक और जेएनयू के चांसलर प्रोफेसर यशपाल; इग्नू के कुलपति
प्रोफेसर राजसेखरण एन एन पिल्लै, वरिष्ठ पत्रकार और राजनैतिक विश्लेषक वेद
प्रताप वैदिक; आर्ट ऑफ़ लिविंग के प्रतिनिधि, आदेश गोयल; इस्कॉन के प्रतिनिधि
अमोकन दास तथा अहमदिया मुस्लिम समुदाय के प्रतिनिधि शिराज अहमद शामिल थे.
सभा को संबोधित करते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि,
“कोई भी धर्म हिंसा या हत्या कि वकालत नहीं करता. समाज में अशांति धर्म के कारण
नहीं बल्कि धर्म की गलत व्याख्या के कारण है. उन्होंने उन लोगों पर भी निशाना
साधा जो सार्वजनिक रूप से तो आतंकवाद की निंदा करते है लेकिन व्यक्तिगत रूप से
इसे प्रश्रय देते हैं. उन्होंने ये भी कहा की शान्ति खोजने के बजाए हमें उन
कारणों को तलाशना चाहिए जो शान्ति ख़त्म करते है.प्रोफेसर यशपाल ने अपने संबोधन
में कहा कि असमान विकास ही अशांति का प्रमुख कारण है. उन्होंने कहा कि सरकार और
बहुराष्ट्रीय कंपिनयों द्वारा आदिवासियों का उनकी मातृभूमि से विस्थापन ही
नक्सलवाद जैसी समस्याओं की जड़ है.
भारत में अहमदिया मुस्लिम समुदाय के प्रमुख सचिव, मोहम्मद इनाम घोरी ने आतंकवाद
की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि इस्लाम शान्ति का धर्म है, और अशांति फैलाने वाला
कोई भी कृत्य गैर इस्लामिक है. आर्ट ऑफ़ लिविंग के प्रतिनिधि, आदेश गोयल ने जोर
देते हुए कहा कि सभी धम्रों के नैतिक और आध्यात्मिक मूल्य एक ही हैं अगर अंतर
है तो सिर्फ तौर तरीकों और कर्मकांडों में.
इससे पहले कार्यक्रम कि शुरुआत पवित्र कुरान कि आयतों को पढने के साथ हुई. इस
के बाद अहमदिया मुस्लिम युवा संगठन और इसके वैश्विक क्रिया कलापों पर आधारित एक
documentary फिल्म दिखाई गयी. इस संगोष्ठी में नौकरशाहों, राजनयिकों,
राजनीतिज्ञों, शिक्षाविदों, विभिन्न मतों के धार्मिक नेताओं, पत्रकारों,
छात्रों तथा समाज के सभी वर्गों के लोगों ने भाग लिया.
अहमदिया मुस्लिम समुदाय के शिक्षा सचिव शीराज़ अहमद, भारत में इस समुदाय की
युवा शाखा के अध्यक्ष मखदूम शरीफ तथा संगठन के विदेश सचिव सय्यद तनवीर अहमद
सहित संगठन के अनेक गणमान्य पदाधिकारियों ने पंजाब से आकर इस संगोष्ठी में
शिरकत की.
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