{ तनवीर जाफ़री }‘अब की बार मोदी सरकार’ का नारा परवान चढ़ चुका है। देश में पहली बार पूर्ण बहुमत के साथ दक्षिणपंथी भारतीय जनता पार्टी की सरकार सत्ता में आ चुकी है। देश को सुशासन व सुराज देने के साथ-साथ भ्रष्टाचार मुक्त शासन देने की बात की जा रही है। निश्चित रूप से देश की जनता को लंबे समय से इस बात की प्रतीक्षा भी है कि देश में सुराज स्थापित हो। मंहगाई व बेरोज़गारी समाप्त हो तथा देश को सुशासन व सुराज देने वाली एक योग्य व कुशल सरकार मिले। इसमें कोई शक नहीं कि देश की जनता ने नरेंद्र मोदी से का$फी सकारात्मक उम्मीदें लगा रखी है। परंतु इन सब बातों के बीच सबसे बड़ा प्रश्र यह भी है कि क्या दक्षिणपंथी विचारधारा रखने वाली तथा हिंदुत्ववादी राजनीति को अपना आधार मानकर चलने वाली भारतीय जनता पार्टी देश के प्राचीन वास्तविक स्वरूप अर्थात् भारत के धर्मनिरपेक्ष ढांचे को यथावत बरकऱार रख पाएगी? क्या यह देश गांधी के सपनों का धर्मनिरपेक्ष भारत बना रह सकेगा? क्या भारतीय संविधान में उल्लिखित धर्मनिरपेक्षता की परिभाषा का मान-सम्मान व अनुसरण किया जाएगा? क्या भाजपा के सत्ता में आने के बाद अब भी भारतवर्ष में रह रहे सभी धर्मों व वर्गों के लोग अपने-आप को देश का एक सम्मानित नागरिक महसूस कर सकेंगे?
यदि कांग्रेस या यूपीए के शासन काल में कथित ‘छद्म धर्मनिरेपक्षतावाद’ का बोलबाला रहा तो मोदी सरकार में ‘वास्तविक धर्मनिरपेक्षता’ का अर्थ क्या होगा? और यदि पिछली $गैर भाजपाई सरकारें भारतीय संविधान का अनुसरण व पालन करते हुए धर्मनिरपेक्षता की राह पर चल रही थीं और भाजपा को यह सब छद्म धर्मनिरपेक्षता प्रतीत होती थी तो क्या पूर्ण बहुमत वाली भाजपा भारतीय संविधान में दी गई धर्मनिरपेक्षता की परिभाषा को बदलने के लिए संविधान में कोई परिवर्तन करेगी? इसमें कोई शक नहीं कि उन्हें जैसे भी हो लोकसभा की सीटों में गणित के आंकड़ों के अनुसार एक ऐतिहासिक जीत हासिल हुई है। इस जनादेश का तथा भाजपा की ऐतिहासिक जीत का स्वागत होना चाहिए तथा सरकार से यह उम्मीद रखनी चाहिए कि देश का प्रत्येक नागरिक पूरी स्वतंत्रता के साथ निर्भय होकर अपने सभी धार्मिक रीति-रिवाजों व अपनी पूजा पद्धतियों पर अमल कर सकेगा। देश का प्रत्येक नागरिक भयमुक्त होकर देश में रह सकेगा तथा अपना रोज़मर्रा का जीवन अपने रोज़ी व रोज़गार के साथ पूर्ववत् बिता सकेगा। जैसकि चुनाव परिणामों के बाद समाचार प्राप्त हुए कि इन चुनावों मे भारतीय जनता पार्टी को मुस्लिम समुदाय के लोगों के भी मत पहले से अधिक प्राप्त हुए हैं। ऐसे में भाजपा विशेषकर नरेंद्र मोदी सरकार का भी यह कर्तव्य है कि वह मुस्लिम समाज का दिल जीतने की कोशिश करे न कि उनमें भय फैलाकर बहुसंख्य मतों का ध्रुवीकरण करने का प्रयास जारी रखे।
———————————-
**Tanveer Jafri – columnist,(About the Author) Author Tanveer Jafri, Former Member of Haryana Sahitya Academy (Shasi Parishad),is a writer & columnist based in Haryana, India.He is related with hundreds of most popular daily news papers, magazines & portals in India and abroad. Jafri, Almost writes in the field of communal harmony, world peace, anti communalism, anti terrorism, national integration, national & international politics etc. He is a devoted social activist for world peace, unity, integrity & global brotherhood. Thousands articles of the author have been published in different newspapers, websites & news-portals throughout the world. He is also a recipient of so many awards in the field of Communal Harmony & other social activities.Contact Email : tanveerjafriamb@gmail.com
1622/11, Mahavir Nagar Ambala
City. 134002 Haryana
phones 098962-19228 0171-2535628
*Disclaimer: The views expressed by the author in this feature are entirely his own and do not necessarily reflect the views of INVC.