Tag: साहित्य संसार
सुशांत सुप्रिय की कहानी : पीला गुलाब
सुशांत सुप्रिय की कहानी : पीला गुलाब पीला गुलाब
" यार , हॉट...
अजेय “कामता-शिवा” शुक्ला की कविता : ठुल्ला
अजेय "कामता-शिवा" शुक्ला की कविता : ठुल्ला ठुल्ला
तुमने आते ही ये क्यों पूछा ?
मैं इतना आवारा कैसे हुआ ?
तुमने देखी हैं भीड़ से भरी वो...
अस्मित राठोड़ की कविता : सूत्रधार
अस्मित राठोड़ की कविता : सूत्रधारसूत्रधार
क्या कहाँ तुमने..?
मैं तुम्हें भूल क्यूँ नहीं जाता...?
पर कैसे...?
तुम जानती हो ना तुम क्या हो...?
तुम सूत्रधार हो...सूत्रधार...
मेरी भावनाओ के...
कंचन पाठक की कविताएँ
कंचन पाठक की कविताएँ " मौन "
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सीमित है शब्दों की सीमाएँ ...
असीमित है मौन, सदैव मुखरित !
रहस्यमय है मौन
पर सुन्दर है मौन
मौन हो चटखती हैं...
रितु शर्मा की कविताएँ
रितु शर्मा की कविताएँ१ सन्नाटा
सुनो
ऐसा तो नही होता
ये बिलकुल गलत है,
नही लगता कभी
चौथ को ग्रहण
बताओ भला
किसी ने देखा है कभी
चौथ को ग्रहण लगे हुए
तुमने...
सुशांत सुप्रिय की कविताएँ
सुशांत सुप्रिय की कविताएँ
-------------------------------- 1. हे राम !
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उनके चेहरों...
वीरू सोनकर की कविताएँ
वीरू सोनकर की कविताएँ 1
वह नुकीली नोंक पर सधा रहेगा
और नृत्य करेगा
अपने पैरो को नश्वरवाद रटाते हुए कहेगा,
न पैर रहेगा एक दिन
और न ही मैं
न...
सुशांत सुप्रिय की कहानी : बर्फ
सुशांत सुप्रिय की कहानी : बर्फ- बर्फ -पिताजी के भीतर एक अकेलापन रहता है । सुबह की धूप में चमकता हुआ । रात की...
सुशांत सुप्रिय की कहानी : # लौटना
सुशांत सुप्रिय की कहानी : # लौटना# लौटना
समुद्र का रंग आकाश जैसा था । वह पानी में तैर रही थी । छप्-छप् , छप्-छप्...
सुशांत सुप्रिय की कविताएँ
सुशांत सुप्रिय की कविताएँ 1. जागी नींद में
धरती पर बहुत कुछ...