Tag: दिल्ली में भाजपा का ‘किरण दांव’
संकट में अन्नदाता किसान
- निर्मल रानी -
हमारे देश का अन्नदाता यानी भारतीय किसान वैसे तो लगभग प्रत्येक वर्ष देश के किसी न किसी हिस्से में आने वाली...
लोकतंत्र को कलंकित करता भीड़तंत्र
- निर्मल रानी -
पिछले दिनों नागालैंड के दीमापुर में घटित हुई लोमहर्षक घटना ने पूरे देश के न्यायप्रिय तथा भारतीय संविधान व लोकतंत्र पर...
राष्ट्रीय एकता की संदेशवाहक : पूर्वोत्तर की लोक कला
- निर्मल रानी -
साहित्य,गीत-संगीत,कला तथा लोककला आदि ऐसे माध्यम हैं जिनके द्वारा क्षेत्रीय आधार पर देश में एकता व मज़बूती सुनिश्चित की जा सकती...
आत्महत्या करते किसान आत्ममुग्ध होते नेता
- निर्मल रानी -
कहने को तो हमारा देश कृषि प्रधान देश कहा जाता है। इस लिहाज़ से कम से कम देश के किसानों को...
दूषित राजनीति के दौर में उम्मीद की किरण केजरीवाल
- निर्मल रानी -
राजनीति यदि पूरी जि़म्मेदारी,ईमानदारी,पारदर्शिता तथा जनकल्याण आदि के मकसद को लेकर की जाए तो निश्चित रूप से यह कोई कम पुनीत...
क्यों रुकता नहीं नारी पर वार?
- निर्मल रानी -
पिछले दिनों देश को एक बार फिर हरियाणा के रोहतक में दोहराए गए निर्भया कांड से शर्मसार होना पड़ा। राक्षसी प्रवृति...
मोदी बनाम केजरीवाल बना दिल्ली का चुनाव
- निर्मल रानी -
सात फरवरी को दिल्ली की...
दिल्ली में भाजपा का ‘किरण दांव’
- निर्मल रानी -
भारतीय जनता पार्टी ने देश की पूर्व चर्चित महिला आईपीएस अधिकारी किरण बेदी के नेतृतव में दिल्ली विधानसभा का चुनाव लडऩे...