Tag: निर्मल रानी
उचित नहीं धार्मिक विषयों का राजनीतिकरण
- निर्मल रानी -हमारे देश में राजनेताओं द्वारा लोकलुभावन राजनीति किए जाने की शैली ने राजनीति का स्तर इतना गिरा दिया है कि अब...
नोट बंदी का फरमान : भ्रष्टाचार विरोधी या जन विरोधी ?
- निर्मल रानी -
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गत् 8 नवंबर को सायंकाल भारत की सबसे बड़ी मुद्रा के रूप में प्रचलित एक हज़ार तथा...
महंगाई मार – कब तक बर्दाश्त करेगी जनता ?
- निर्मल रानी -
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले दिनों पांच सौ तथा एक हज़ार रुपये की नोट का प्रचलन बंद किए जाने की अचानक...
प्रदूषण : लील जाएगा हमारी सेहत ?
- निर्मल रानी -
बीती दीपावली में एक बार फिर पूरे देश में ज़हरीली गैस वातावरण में फैलने का स्तर पहले से कई गुणा अधिक...
प्रसिद्धि के भूखे यह स्वयंभू नेता
- निर्मल रानी -
प्रसिद्धि की चाहत आखिर किसे नहीं होती? खासतौर पर वह लोग जिनके शरीर में नेतागीरी के कीटाणु प्रवाहित हो रहे हों।...
गौ सेवा : कितनी हकीकत कितना फसाना ?
- निर्मल रानी -गौसेवा को जहां भारतीय समाज में खासतौर पर हिंदू धर्म के आस्थावान लोगों के लिए पूजनीय समझा जाता है वहीं...
भारतीय रेल : अहितकारी साबित होती हितकारी योजनाएं
- निर्मल रानी -भारतीय रेल भारत सरकार का एक ऐसा विशाल प्रतिष्ठान है जहां विकास व रख-रखाव के मद्देनज़र 12 महीने व 24 घंटे...
धर्मांधों का मिथक को चकनाचूर करती भारत मां की बेटियां
- निर्मल रानी -
रियो ओलंपिक खेल समाप्त तो हो गए परंतु अपने पीछे यह खेल आयोजन खासतौर पर भारत के लिए एक ऐसा इतिहास...
सोशल मीडिया: बंदर के हाथ आईना ?
- निर्मल रानी -विश्व में आई कंप्यूटर क्रांति के बाद तथा खासतौर पर कंप्यूटर के इंटरनेट के साथ जुड़ जाने के पश्चात निश्चित...
ईश्वर-अल्लाह तेरो नाम बनाम धर्म व राजनीति का कॉकटेल
- निर्मल रानी -पूरे विश्व में बावजूद इसके कि लगभग 250 विभिन्न धर्मों,आस्थाओं तथा विश्वासों के मानने वाले लोग रहते हैं। सभी की अपनी-अपनी...