सावन 2022 : ये है खास चार सोमवार
मान्यताओं के अनुसार समुद्र मंथन के दौरान जिस विष को पीकर भगवान शिव ने विश्व को बचाया था. उसी के प्रति कृतज्ञता प्रकट करने के लिए भगवान शिव से ऐसे ही रक्षा करने के लिए सावन मास में प्रार्थना की जाती है. सावन मास में भगवान शिव की उपासना करने से अच्छे भाग्य, धन, ऐश्वर्य अच्छे स्वास्थ्य का आशीर्वाद प्राप्त होता है.
सावन का पहला सोमवार- 18 जुलाई
सावन का दूसरा सोमवार- 25 जुलाई
सावन का तीसरा सोमवार- 01 अगस्त
सावन का चौथा सोमवार- 08 अगस्त
शिवपुराण के अनुसार भगवान शिव स्वयं ही जल हैं. इस व्रत में फलाहार या पारण का कोई नियम नहीं है. वैसे दिन- रात में केवल एक ही बार खाना फलदायक होता है. सोमवार के व्रत में शिव- पार्वती गणेश तथा नंदी की पूजा करना चाहिए. सावन मास में शिव जी को बेल पत्र ( बिल्वपत्र ) जाने अनजाने में किये गए पाप का शीघ्र ही नाश हो जाता है. अखंड बिल्वपत्र चढ़ाने का विशेष महत्त्व है. कहा जाता है कि अखण्ड बेलपत्र चढाने से सभी बुरे कर्मों से मुक्ति तथा अनेक प्रकार के कष्ट दूर हो जाते है. PLC