वेबीनार में विभिन्न क्षेत्रों से आए दिग्गज अनुभवी विशेषज्ञों ने अपने विचार रखे
डॉ डी पी शर्मा ने अमेरिका से जुड़ते हुए देश के निर्माण के लिए कुछ भी करने के संकल्प की उद्घोषणा सहित इंटलेक्चुअल प्रोपर्टी राईट के बारे में प्रकाश डाला
आई एन वी सी न्यूज़
जयपुर,
भारद्वाज फाउंडेशन के संस्थापक अध्यक्ष और भारत सरकार की चार पी एस यू के पूर्व एम डी/ सी एम डी रहे श्री पी एम भारद्वाज ने विद्यालय स्तर से ही कौशल और स्वरोजगारोन्मुख शिक्षा की आवश्यकता पर बल दिया जो कि विद्ध्यार्थियों और राष्ट्र दोनों के हित में है। वे आज भारद्वाज फाउंडेशन एवम् राजस्थान चेंबर ऑफ़ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के सानिध्य में क्रिडेंट टी वी द्वारा आयोजित”इंडस्ट्री इंस्टिट्यूशनल इंटरफेसिंग ” की वेबीनार का संयोजन कर रहे थे।
वेबीनार में विभिन्न क्षेत्रों से आए दिग्गज अनुभवी विशेषज्ञों ने अपने विचार रखे।
अध्यक्षता करते हुए राजस्थान चेंबर ऑफ़ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के सेक्रेटरी जनरल आदरणीय डॉ के एल जैन ने कहा कि ‘यूथ जागा तो भारत जागा ‘ तथा इस संबंध में भारद्वाज फाउंडेशन के प्रयासों की प्रशंसा की। क्रिडेंट टी वी के मुख्य संपादक श्री सुनील नारनोलिया ने पिरामिड के उदाहरण से प्राथमिक शिक्षा के ऊपर ही अधिक ध्यान देने और उपयोगी शिक्षा का महत्व बताया अन्यथा डिग्री तो तालीम की रसीद भर है।स्वच्छ भारत मिशन के एंबेसेडर और आई एल ओ के आई टी सलाहकार डॉ डी पी शर्मा ने अमेरिका से जुड़ते हुए देश के निर्माण के लिए कुछ भी करने के संकल्प की उद्घोषणा सहित इंटलेक्चुअल प्रोपर्टी राईट के बारे में प्रकाश डाला। बी के फाउंडेशन के श्री बी के शर्मा ने एम एस एम इ में आवश्यक टैलेंट के प्रवेश पर सुझाव दिए।
दैनिक भास्कर के सहायक उपाध्यक्ष श्री राजीव द्विवेदी ने रोजगार योग्यता और उस कार्य में निरंतर बने रहने के लिए अपेक्षित शक्ति के लिए सुन्दरकाण्ड तथा हनुमान जी के संदर्भ से उत्तम ढंग से समझाया।श्री सीमेंट के पूर्व वरिष्ठ महा प्रबंधक श्री मन मोहन शर्मा ने इंस्टीट्यूशन से आग्रह किया के उन्हें इंडस्ट्री को ज्यादा से ज्यादा अप्रोच करके उनकी उपयोगिता के आधार पर सिलेबस और ग्रेजुएट तैयार करने चाहिए।श्री पी सी सांघी नई शिक्षा नीति में शामिल कई अच्छे प्रावधानों का विवरण दिया। जीनस ओवरसीज के निदेशक श्री एस एन विजयवर्गीय तथा ग्रेविटा इंडिया के श्री नवीन प्रकाश ने भी कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। अंत में श्री पी एम भारद्वाज ने सभी वक्ताओं और सहयोगी मीडिया का आभार प्रकट किया।