नई दिल्ली,
अखिल भारत हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चन्द्र प्रकाश कौशिक, राष्ट्रीय महामंत्री मुन्ना कुमार शर्मा एवं राष्ट्रीय कार्यालय मंत्री वीरेश त्यागी ने एक संयुक्त वक्तव्य में केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह के उस बयान की कड़ी निंदा की है, जिसमें उन्होंने केंद्र सरकार को अयोध्या में राममंदिर निर्माण पर कानून बना पाने में असमर्थ बताते हुए राज्यसभा में कथित बहुमत के कमी की दुहाई दी है. राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री कौशिक ने स्पष्ट कहा कि राम-मंदिर बनाने के नाम पर भाजपा के नेता सत्ता की मलाई कई-कई बार चख चुके हैं, जबकि रामलला अभी भी भव्य मंदिर की जगह एक टेंट में रहने को मजबूर हैं. राष्ट्रीय महामंत्री श्री शर्मा ने कहा कि प्रत्येक चुनाव के पहले प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से राममंदिर का मुद्दा उठाकर लाभ लेना भाजपा की पुरानी आदत है. अटल बिहारी बाजपेयी के प्रधानमंत्रित्व काल में भाजपा गठबंधन-धर्म की दुहाई देती रही और अब जब केंद्र में पूर्ण बहुमत की सरकार है, तो भाजपा राममंदिर से मुंह मोड़ती नजर आ रही है. राष्ट्रीय कार्यालय मंत्री वीरेश त्यागी ने राजनाथ सिंह के बयान को हास्यास्पद बताते हुए कहा कि राज्यसभा में बहुमत न होना सिर्फ एक बहाना है, यदि सरकार की मंशा साफ़ होती तो संसद का संयुक्त सत्र बुलाकर राममंदिर के मुद्दे पर कानून बनाना कोई कठिन कार्य नहीं है. यद्यपि संसद के दोनों सदनों में कई विधेयक पारित हो चुके हैं, परन्तु केंद्र सरकार ने इस निमित्त कानून बनाने का कोई प्रयास भी नहीं किया है, जबकि सरकार को इस पर सर्वदलीय बैठक बुलाकर शुरुआत करनी चाहिए. हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय पदाधिकारियों ने इस बात पर कड़ा प्रतिरोध जताते हुए राष्ट्रव्यापी जनांदोलन करने की चेतावनी दी है.
अखिल भारत हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चन्द्र प्रकाश कौशिक, राष्ट्रीय महामंत्री मुन्ना कुमार शर्मा एवं राष्ट्रीय कार्यालय मंत्री वीरेश त्यागी ने एक संयुक्त वक्तव्य में केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह के उस बयान की कड़ी निंदा की है, जिसमें उन्होंने केंद्र सरकार को अयोध्या में राममंदिर निर्माण पर कानून बना पाने में असमर्थ बताते हुए राज्यसभा में कथित बहुमत के कमी की दुहाई दी है. राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री कौशिक ने स्पष्ट कहा कि राम-मंदिर बनाने के नाम पर भाजपा के नेता सत्ता की मलाई कई-कई बार चख चुके हैं, जबकि रामलला अभी भी भव्य मंदिर की जगह एक टेंट में रहने को मजबूर हैं. राष्ट्रीय महामंत्री श्री शर्मा ने कहा कि प्रत्येक चुनाव के पहले प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से राममंदिर का मुद्दा उठाकर लाभ लेना भाजपा की पुरानी आदत है. अटल बिहारी बाजपेयी के प्रधानमंत्रित्व काल में भाजपा गठबंधन-धर्म की दुहाई देती रही और अब जब केंद्र में पूर्ण बहुमत की सरकार है, तो भाजपा राममंदिर से मुंह मोड़ती नजर आ रही है. राष्ट्रीय कार्यालय मंत्री वीरेश त्यागी ने राजनाथ सिंह के बयान को हास्यास्पद बताते हुए कहा कि राज्यसभा में बहुमत न होना सिर्फ एक बहाना है, यदि सरकार की मंशा साफ़ होती तो संसद का संयुक्त सत्र बुलाकर राममंदिर के मुद्दे पर कानून बनाना कोई कठिन कार्य नहीं है. यद्यपि संसद के दोनों सदनों में कई विधेयक पारित हो चुके हैं, परन्तु केंद्र सरकार ने इस निमित्त कानून बनाने का कोई प्रयास भी नहीं किया है, जबकि सरकार को इस पर सर्वदलीय बैठक बुलाकर शुरुआत करनी चाहिए. हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय पदाधिकारियों ने इस बात पर कड़ा प्रतिरोध जताते हुए राष्ट्रव्यापी जनांदोलन करने की चेतावनी दी है.