अखिल भारत हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चन्द्र प्रकाश कौशिक, राष्ट्रीय महामंत्री मुन्ना कुमार शर्मा एवं राष्ट्रीय कार्यालय मंत्री वीरेश त्यागी ने एक संयुक्त वक्तव्य जारी करते हुए कहा है कि मार्च के मौसम में हो रही वर्षा एवं ओलावृष्टि से रवि की फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है. इस नुकसान के बोझ तले दबकर देश में कई जगहों से किसानों के आत्महत्या की खबरें आ रही हैं. गौरतलब है कि मार्च महीने में चौथी बार भारी बारिश ने किसानों की कमर तोड़ दी है. इस महीने में बारिश ने न केवल सौ साल का रिकार्ड ध्वस्त किया है, बल्कि किसानों की रही-सही उम्मीदें भी धो कर रख दी. पश्चिम विक्षोभ के कारण मार्च महीने में चौथी बार बेमौसम बारिश के साथ तेज हवाओं के झोंके ने बीती तीन बारिश के बावजूद कुछ इलाकों में संभली गेहूं केफसल को लगभग तबाह कर दिया है. हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री कौशिक एवं राष्ट्रीय महामंत्री श्री शर्मा ने केंद्र की मोदी सरकार द्वारा किसानों के लिए तत्काल राहत की घोषणा किये जाने की मांग करते हुए कहा कि यह बेहद दुखद बात है कि आज़ादी के 67 साल बाद भी ऐसी आपात स्थिति से निपटने की कोई कारगर योजना नहीं बनाई जा सकी है. ऐसी योजना न होने से देश के किसान खुद को असहाय महसूस करते हैं और क़र्ज़, गरीबी के बोझ तले दबकर आत्महत्या की ओर कदम बढ़ाते हैं. वहीं राष्ट्रीय कार्यालय मंत्री वीरेश त्यागी ने केंद्रीय कृषि मंत्री की निष्क्रियता को लेकर कड़े सवाल उठाये हैं. पिछले कई दिनों से जारी बरसात के संकट से निपटने के लिए कृषि मंत्रालय ने कोई कदम नहीं उठाया है. हिन्दू महासभा के नेताओं ने केंद्र सरकार को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि वह सिर्फ उद्योगपतियों के हित की ही न सोचे, बल्कि किसानों के हित का भी उतना ही ध्यान रखे अन्यथा देश के किसानों के हित में हिन्दू महासभा राष्ट्रव्यापी आंदोलन शुरू करने का निर्णय लेने में देर नहीं लगाएगी