हरतालिका तीज के व्रत को सफलतापूर्वक करने के लिए जानें 3 महत्वपूर्ण बातें—निर्जला व्रत, 16 श्रृंगार, और दान के लिए नया वस्त्र। इस गाइड में प्राप्त करें पूरी जानकारी।
आई एन वी सी न्यूज़
नई दिल्ली : हरतालिका तीज एक महत्वपूर्ण त्योहार है, इस साल हरतालिका तीज 6 सितंबर 2024 , दिन शुक्रवार को है , जो अखंड सौभाग्य और मनचाहे वर की प्राप्ति के लिए मनाया जाता है। इस व्रत को सफलतापूर्वक करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण चीजों का ध्यान रखना आवश्यक है। तीन प्रमुख बातें जो हरतालिका तीज के बिना अधूरी मानी जाती हैं:
- निर्जला व्रत: हरतालिका तीज में निर्जला व्रत का विशेष महत्व है। इस व्रत में पूरे दिन बिना अन्न और जल ग्रहण किए पूजा की जाती है। इसे माता पार्वती द्वारा भगवान शिव को पति रूप में पाने के लिए किए गए कठोर तप का प्रतीक माना जाता है। यह व्रत अगले दिन सूर्योदय तक चलता है, और इसका पालन करना व्रती महिलाओं के लिए अत्यंत आवश्यक होता है।
- 16 श्रृंगार की वस्तुएं: सौभाग्य का प्रतीक मानी जाने वाली 16 श्रृंगार की वस्तुएं हरतालिका तीज के लिए अनिवार्य हैं। इन वस्त्रों में सिंदूर, मेंहदी, चूड़ियां, महावर, बिंदी, काजल, नथ, मंगलसूत्र, मांग टीका, गजरा, बिछिया आदि शामिल हैं। पूजा के दौरान महिलाएं स्वयं भी 16 श्रृंगार करती हैं और माता गौरी को भी अर्पित करती हैं।
- दान के लिए नया वस्त्र: हरतालिका तीज में दान का विशेष महत्व है। व्रती महिलाएं कोई नई साड़ी या वस्त्र किसी सुहागन महिला या पुरोहित की पत्नी को दान करती हैं। इसके साथ ही दक्षिणा भी दी जाती है, जिससे व्रत का फल प्राप्त होता है।
इन तीनों चीजों के बिना हरतालिका तीज की पूजा अधूरी मानी जाती है और व्रत निष्फल हो सकता है। इसलिए इनका ध्यान रखना आवश्यक है।