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कोटा, राजस्थान – : विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं (आईआईटी, जेईई, नीट इत्यादि) की नवीनतम प्रयोगों के माध्यम से तैयारी कराने हेतु “टीपीलाइव कोटा इंस्टिट्यूट” में आज नवीन ब्रांच का किया उद्घाटन किया गया l
उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि एवं मोटिवेशनल वक्ता प्रधानमंत्री के स्वच्छता अभियान के नेशनल ब्रांड एंबेसडर एवं डिजिटल डिप्लोमेटिक वैज्ञानिक प्रोफेसर डीपी शर्मा एवं मुख्य अतिथि राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर प्रोफेसर एसके सिंह के साथ साथ राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय के पूर्व अधिकारी सत्येंद्र श्रीवास्तव भी उपस्थित थे l
उद्घाटन सत्र में बोलते हुए कोचिंग निदेशक एवं एग्जीक्यूटिव ऑफीसर अजय सिंह जादौन ने बताया कि इस कैंपस में ऑनलाइन / ऑफलाइन क्लास लेने के लिए अल्ट्रामॉडर्न क्लासरूम के साथ-साथ नवीन पुस्तकों से सुसज्जित लाइब्रेरी और हॉस्टल की सुविधा भी उपलब्ध कराई जा रही है l इंस्टिट्यूट के एवं एकेडमिक हैड निदेशक संजय पाटनी ने छात्रों को स्टडी से संबंधित कोड ऑफ़ कंडक्ट की विस्तृत जानकारी दी l
वाइस चांसलर प्रोफेसर एसके सिंह ने बच्चों को आरटीओ में भ्रमण एवं इंजीनियरिंग से संबंधित जानकारी से अवगत कराया l प्रो एसके सिंह ने कोचिंग के बदलते हुए स्वरुप पर ऑनलाइन एवं ऑफलाइन दोनों तंत्रो के महत्व को एक दूसरे का पूरक बताया/ अंतर्राष्ट्रीय डिजिटल डिप्लोमैटिक वैज्ञानिक प्रोफेसर डीपी शर्मा ने विदेश से ऑनलाइन पेरेंट्स स्टूडेंट को मोटिवेट करते हुए कहा कि कोचिंग में कैरियर “काउन्सलिंग, गाइडेंस एवम कंटेंट ट्रेनिंग” के साथ साथ “मेन्टल हेल्थ काउन्सलिंग” की क्लास, टीचर एवं सेल होने चाहिए ताकि नई जनरेशन को कोचिंग के दौरान अवसाद एवम तनाव से दूर रखा जा सके।
उन्होंने बताया कि कोचिंग संस्थानों को सोचना होगा कि स्टडी को कैसे “नई शिक्षा नीति” से समन्वय कर “नई कोचिंग नीति” बनाई जाये ताकि प्रतिस्पर्धा की दुनियां में युवा पीढ़ी को तनाव रहित सफलता के शिखर तक पहुँचाया जा सके l उन्होंने कोचिंग सिस्टम को “परफॉरमेंस, इम्प्रूवमेंट एंड मैनेजमेंट” पर अमेरिका की एमएटी की रिसर्च को कोट करते हुए रीडिफाईन एवं रीडिजाइन करने के लिए सस्थानों का आव्हान किया।
अंत में प्रश्नोत्तर सत्र भी रखा गया जिसमें पेरेंट्स, स्टूडेंट, एवं एक्सपर्ट्स के बीच में संवाद स्थापित हुआ और इसमें अनेकों सवाल एवं जवाब के साथ मोटिवेशन के मंत्र भी दिए गए।