केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने महाराष्ट्र के नागपुर में सड़क दुर्घटनाओं को 50 प्रतिशत तक कम करने के उद्देश्य से प्रायोगिक आधार पर एक कृत्रिम मेधा (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) से संचालित परियोजना आईआरएएसटीई शुरू की है। बताया गया है कि सरकार, इंटेल, आईएनएआई, आईआईआईटी-हैदराबाद, सीएसआईआर-सीआरआरआई (केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान),महिंद्रा एंड महिंद्रा और नागपुर नगर निगम (एनएमसी) के बीच सहयोग पर आधारित इस परियोजना में विजन जीरो दुर्घटना परिदृश्य की ओर बढ़ने के लिए सुरक्षा, गतिशीलता विश्लेषण और सड़क बुनियादी ढांचे की सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। एनएमसी से संबंधित वाहन को भिड़ंत से बचाव तकनीक से लैस किया जाएगा, जिससे दुर्घटना का खतरा 60 प्रतिशत तक कम हो जाएगा। वहीं सेंसर के जरिये पूरे सड़क नेटवर्क पर संभावित खतरे वाले हिस्सों का मानचित्रिकरण किया जाएगा। गडकरी ने कहा कि नागपुर में हर साल 1,500 दुर्घटनाएं होती हैं, जिनमें 250 मौतें हो जाती है। दुर्घटना स्थलों का मानचित्रिकरण करने के लिए एआई का उपयोग, सड़क की सतह की स्थिति, साइन बोर्ड, मार्किंग, सिग्नल विवरण पर डेटा एकत्र करने में भी मदद करेगा। PLC