आई एन वी सी,
दिल्ली,
आज ”हिंदी दिवस” के मौके पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने हिंदी को देश को जोड़ने वाली शक्ति बताया तथा हिंदी एवं अन्य क्षेत्रीय भाषाओं के विकास के लिए और कदम उठाए जाने की वकालत की। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने हिंदी को देश को जोड़ने वाली शक्ति बताया तथा हिंदी एवं अन्य क्षेत्रीय भाषाओं के विकास के लिए और कदम उठाए जाने की वकालत की।मुखर्जी ने हिंदी को देश को जोड़ने वाली शक्ति बताया तथा हिंदी एवं अन्य क्षेत्रीय भाषाओं के विकास के लिए और कदम उठाए जाने की वकालत की।हिंदी दिवस के अवसर पर एक कार्यक्रम में मुखर्जी ने आशा जतायी कि राजभाषा पुरस्कार हिंदी के अधिकतम संभावित उपयोग के लिए जरूरी प्रोत्साहन देंगे।हिंदी के उपयोग में उल्लेखनीय उपलब्धि को लेकर विभिन्न मंत्रालयों, विभागों, सार्वजनिक उपक्रमों, राष्ट्रीयकृत बैंकों आदि को राजभाषा पुरस्कार प्रदान करते हुए उन्होंने कहा कि हिंदी आम आदमी की भाषा के रूप में राष्ट्र को जोड़ने वाली शक्ति है।राष्ट्रपति ने कहा कि हिंदी सरकारी योजनाओं का लाभ आम आदमी तक पहुंचाने में काफी मददगार रही है। उन्होंने कहा कि हमें हिंदी एवं स्थानीय भाषाओं के विकास को बढ़ावा देना चाहिए। तकनीकी विषयों पर पुस्तकें हिंदी एवं अन्य भारतीय भाषाओं में उपलब्ध होनी चाहिए।उन्होंने कहा कि इंटरनेट पर भी हिंदी एवं अन्य भारतीय भाषाओं के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए संयुक्त प्रयास होना चाहिए।