आई एन वी ,
लखनऊ ,
जहाँ वाशिंगटन स्थित भारतीय उच्चायोग और न्यू योर्क स्थित महावाणिज्य दूतावास ने उत्तर प्रदेश के संसदीय कार्य मंत्री आज़म खान के 24 अप्रैल 2013 को लोगन अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डा, बोस्टन पर अमेरिकी कस्टम एवं बोर्डर प्रोटेक्शन बल के अधिकारियों द्वारा बदसलूकी के मामले को बहुत तत्परता के साथ अमेरिकी विदेश विभाग के सामने उठाया था, वहीँ अमेरिकी अधिकारी इस मामले में कोई विशेष सरोकार दिखाते नहीं नज़र आ रहे हैं.
ये तथ्य लखनऊ स्थित आरटीआई कार्यकर्ता नूतन ठाकुर को वाशिंगटन स्थित भारतीय उच्चायोग के प्रेस, सूचना और संस्कृति काउंसेलर एम श्रीधरन द्वारा भेजे गए उत्तर से सामने आये हैं.
आरटीआई सूचना के अनुसार, भारतीय उच्चायोग ने अमेरिकी विदेश विभाग में प्रमुख उप सहायक सचिव ज्यॉफ प्याट और महावाणिज्य दूतावास ने विदेश मिशन कार्यालय में क्षेत्रीय निदेशक थोमस गैलो को 25 अप्रैल को ही इस सम्बन्ध में पत्र प्रेषित किया था.
इन दोनों पत्रों में इस घटना पर गंभीर आपत्ति और खेद व्यक्त किया गया था और यह निवेदन किया गया था कि वे इस सम्बन्ध में हस्तक्षेप कर ऐसे आवश्यक उपाय सुनिश्चित करे जिससे इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृति नहीं हो सके, पर आरटीआई उत्तर के अनुसार “अभी तक अमेरिकी विदेश विभाग द्वारा इस सम्बन्ध में कोई प्रतिक्रिया तक नहीं मिली है.”