
भोपाल ,
कलेक्टर सभाकक्ष में जनसुनवाई कर रहे कलेक्टर निशांत बरवड़े मंगलवार को बाल-बाल बच गए। दअरसल, सुनवाई में शिकायती आवेदन लेकर आए कैंची छोला निवासी कालूराम साहू ने अधिकारी पर पत्थर फेंक दिया। उस वक्त यहां शहर एसडीएम जीएस धुर्वे सुनवाई कर रहे थे। वहीं अपर कलेक्टर बसंत कुर्रे भी मौजूद थे। मामला सुबह ११.३० बजे का है, इस घटनाक्रम से ठीक कुछ मिनट पहले कलेक्टर जनसुनवाई से उठकर गए थे।
इसके बाद श्री कुर्रे ने कालूराम को शासकीय कार्य में बाधा उत्पन्न करने पर थाने में बंद करा दिया। बताया जाता है कि कालूराम साहू दंगा पीडि़त है, वह कई बार से कलेक्टर की जनसुनवाई में आ रहा था, लेकिन शिकायत का उचित निराकरण नहीं हो पा रहा था।
पीडि़त ने जब एसडीएम जीएस धुर्वे पर पत्थर फेंका। पत्थर उन्हें तो नहीं लगा, लेकिन टेबिल और कंप्यूटर की स्क्रीन में के्रक आ गया। इस हरकत से अपर कलेक्टर बसंत कुर्रे भड़क उठे और उन्होंने शासकीय कार्य में बाधा डालने वाले कालूराम को तत्काल कोहेफिजा थाने के हवाले कर दिया है। कालूराम को पुलिस ने देर रात तक नहीं छोड़ा था। कालूराम साहू ने अपने शिकायती आवेदन के जरिए एसडीएम श्री धुर्वे से मुआवजा दिलाए जाने की मांग की थी। श्री साहू ने खुद को दंगा पीडि़त बताते हुए अब तक मुआवजा न मिलने की बात कही। जब अधिकारी ने पूछताछ तेज की तो वह आधा अधूरा मुआवजा देने की बाते कहने लगा। इस पर श्री धुर्वे ने आवेदन लेकर जांच के लिए ओआईसी राहत को भेजने की टीप लगा दी। इससे कालूराम आहत हो गया और श्री धुर्वे से बहस करने लगा। बहस तेज होती देख अपर कलेक्टर ने कालूराम को बाहर निकने को कहा। वह पहले से ही हाथ में पत्थर लिए था और उसे धुर्वे पर फेंका दिया। पत्थर सीधा टेबल पर लगा और कंप्यूटर पर लग गया। इससे कंप्यूटर की स्क्रीन थोड़ी क्रेक हुई है। कलेक्टर जनसुनवाई में कुल 79 शिकातयी आवेदन आए।
-पहले भी की शिकायत
कालूराम पहले भी कलेक्टर की जनसुनवाई में आवेदन दे चुका है। बताया जाता है कि वह पहले भी तीन से चार बार शिकायत कर चुका है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। दूसरी और अधिकारियों का कहना है कि कालूराम को कई बार समझाईश दी जा चुकी है। रही बात दंगा पीडि़त होने की तो दंगे का मुआवजा कब का बंट चुका है। बावजूद इसके मुआवजा मांगने वह जनसुनवाई में आ रहा है।
-डेयरियां हटाएं
जनसुनवाई में कब्रिस्तान ताहफफुज कमेटी के लाल मोहम्मद ने आवेदन देते हुए कहा, पुराने सेफिया कालेज के पीछे 12 डेरियां हैं। यह डेरियां नगर निगम के कर्मचारी की हैं। मामले को सुनते हुए श्री बरवड़े ने आयुक्त नगर निगम को जांच कर डेयरियां हटाने के निर्देश दिए।
-जांच के दिए निर्देश
दोहरिया कलां थाना खजूरी निवासी रामगोपाल ने आवेदन प्रस्तुत किया कि उसके 70 साल पुराने कब्जे पर गब्बरसिंह नामक व्यक्ति ने कब्जा कर लिया है। कलेक्टर ने एसडीएम हुजूर को निर्देश दिए कि इस मामले की जांच करें कि उक्त भूमि शासकीय तो नहीं है। अतिक्रमण का प्रकरण बनाते हुए नियमानुसार कार्रवाई करें। यह भी देंखे कि शिकायतकर्ता भूमिहीन व्यक्ति है तो उसे पट्टा दिलाने की कार्रवाई करें।
-जाति प्रमाण-पत्र में विलंब क्यों
बिजली कालोनी आनंद नगर निवासी श्रीमती गायत्री मालवीय ने जाति प्रमाण पत्र बनाने का आवेदन दिया। कलेक्टर ने तहसीलदार हुजूर को निर्देश दिए कि वह पटवारी भेजकर सही स्थिति की जांच कराएं और तत्काल कार्रवाई करें।
-पत्थर नहीं लगा
कालूराम जनसुनवाई में पत्थर लेकर ही पहुंचा था। उसने पत्थर मारने का प्रयास किया। हालांकि पत्थर नहीं लगा। शासकीय कार्य में बाधा डालने के चलते उसे कोहेफिजा पुलिस के हवाले कर दिया है।
जीएस धुर्वे, एडीएम शहर वृत्त व जनसुनवाई अधिकारी