आई एन वी सी,,
शिमला,,
मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि ‘आधार कार्ड’ हिमाचल प्रदेश के प्रत्येक नागरिक को बनवाना चाहिए क्योंकि यह भारत के नागरिक की पक्की और सही पहचान है। मुख्यमंत्री ने आज यहां अपना आधार कार्ड बनवाने के लिए औपचारिकताएं पूरी करने के उपरांत पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश मंत्रिमंडल की गत दिवस आयोजित बैठक में पूर्व सरकार के कार्यकाल के अंतिम छह महीनों में लिए गए निर्णयों पर पुनर्विचार करने का निर्णय लिया गया है। पूर्व सरकार ने जिन 149 विद्यालयों को डिनोटीफाई कर दिया था, उन्हें पुनः खोला जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश की भौगोलिक व जलवायु परिस्थितियां मैदानी इलाकों की अपेक्षा कठिन हैं और सरकार का प्रयास है कि प्रत्येक बच्चे को उसके घर-द्वार के समीप गुणात्मक शिक्षा की सुविधा मिले। श्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि सरकार ने रिक्त पदों को भरने के निर्णय के साथ-साथ कई नए पद सृजित करने का फैसला भी किया है, ताकि विकास कार्य प्रभावित न हों और लोगांे को बेहतर सेवाएं प्रदान की जा सकें। प्रदेश में संविधान के 85वें संशोधन को लागू करने के मामले पर मुख्यमंत्री ने साफ किया कि अभी केंद्र से सम्बन्धित बिल पास नहीं हुुआ है और इस प्रक्रिया के पूरी होने के उपरांत प्रदेश सरकार इस बारे में निर्णय लेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार प्रदेश में नियमित हवाई सेवाओं के लिए प्रयासरत है और इस सम्बन्ध में उनकी प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह व नागरिक उड्डयन मंत्री चौधरी अजीत सिंह से भी बातचीत हुई है। इसके अलावा, लिखित तौर पर भी यह मांग केंद्र से उठाई गई है। उद्योग, श्रम व सूचना एवं जन सम्पर्क मंत्री श्री मुकेश अग्निहोत्री भी इस अवसर पर उपस्थित थे।