किसान आंदोलन में प्रदर्शनकारियों के साथ युवा वर्ग भी है। कई दिनों से चल रहे आंदोलन को अब सोशल मीडिया पर कई जगह आतंकवादी/खालिस्तानी के समर्थन का आंदोलन बताया जा रहा है, जिससे परेशान युवा वर्ग के लोगों ने आंदोलन को लेकर अपना पक्ष रखने के लिए जिम्मा संभाल लिया है। टीकरी बॉर्डर पर बड़ी संख्या में किसानों ने पोस्टर ले रखे हैं, जिस पर लिखा था कि हम आतंकवादी/खालिस्तानी नहीं, किसान हैं। इस पूरे पोस्टर मूवमेंट को संभालने का मुक्तसर जिले से आए दो भाइयों रोबिन और जगदीश ने संभाला हुआ है। PLC.