आई एन वी सी न्यूज़
भोपाल,
प्रदेश के चार जिले के 26 प्राचीन पुरातत्वीय स्मारक स्थल और अवशेषों को राज्य संरक्षित घोषित किया गया है। संस्कृति विभाग द्वारा जारी अधिसूचना में सर्वाधिक 21 स्मारक अशोकनगर जिले के शामिल हैं।
अशोकनगर जिले के चंदेरी में स्थित तपा बावड़ी, पांडे बावड़ी, चंदाई बावड़ी, अकोल बावड़ी, राजमहल परिसर, चंदेरी की राजा बावड़ी, पुरानी अदालत, ईदगाह चंदेरी में काजी मकबरा, सिंचाई विभाग परिसर में सती छत्री, तकिया काला पहाड़ चंदेरी में मकबरा समूह, खासियाँ की तलैय्या चंदेरी में तमेरे की छत्री और धुवया तालाब चंदेरी में अठखम्मा, मुरादपुर की झलारी बावड़ी, प्राणपुर की जनाजन और गचउ बावड़ी, सराय में हजीरा (लाल बावड़ी), हलनपुर की मचला बावड़ी, सिंहपुर चाल्पा में राजमती बावड़ी, नानोन की शैलचित्र लिखी दांत, ग्राम मुरादपुर की छोटी बत्तीसी बावड़ी और फूटी बावड़ी तथा फतेहाबाद की लालपीर को संरक्षक स्मारक घोषित किया गया है।
इसी तरह जबलपुर जिले में लम्हेटाघाट में राधा-कृष्ण मंदिर और पोलीपाथर में बादशाह हलवाई मंदिर, शिवपुरी जिले के बूढ़िराई (कोलारस) के जैन मंदिर एवं प्राचीन प्रतिमा को, करैरा में किला करैरा और इंदौर जिले के महू तहसील के ग्राम खुर्द छोटी जाम में बावड़ी क्रमांक एक एवं दो को राज्य संरक्षित स्मारक घोषित किया गया है।