धारचूला/देहरादून
मुख्य सचिव सुभाष कुमार ने अपने दो दिवसीय उच्च हिमालयी क्षेत्रों के गांवों के पैदल भ्रमण के दौरान बौगलिंग में केन्द्रीय लोक निर्माण विभाग के अभियंताओं को निर्देश दिये कि दिसम्बर माह तक प्रत्येक दशा में सड़क निर्माण का कार्य सेला तक पहुंचायें। उन्होंने सख्त स्वर में निर्देश दिये कि बरसात से पहले सोबला और दर के बीच आये मलबे को हटाना सुनिश्चित कर कार्य को प्राथमिकता प्रदान करें।
उससे पहले प्रदेश के मुख्य सचिव ने मंगलवार को गुंजी पहुॅचकर कैलाश मानसरोवर यात्रा मार्ग का निरीक्षण किया और आसपास के गांवों की समस्यायें सुनी। उसके पश्चात मुख्य सचिव दर घाटी के तिदांग गये और वहां पर भी उन्होंने स्थानीय ग्राववासियों की समस्या को सुना। उन्होंने दैवी आपदा से क्षतिग्रस्त हुई योजनाओं के पुनर्निर्माण के कार्यो का स्थलीय निरीक्षण किया। मुख्य सचिव ने रात्रि विश्राम बालिंग में किया।
बुद्धवार को प्रातः मुख्य सचिव ने दर घाटी के बालिंग से उपर के गांवों का निरीक्षण किया एवं आपदा के पुनर्निर्माण कार्यो का निरीक्षण करने के बाद नागलिंग, चल, सेला, उड़थिंग, दर, सोबला में स्थानीय लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं को सुना। उन्होंने स्थानीय लोगों की समस्याओं का समाधान करने के निर्देश जनपदीय अधिकारियों को दिये।
उन्होंने कन्च्योति पुल का स्थलीय निरीक्षण कर बरसात से पहले सभी सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने, कार्यो में पारदर्शिता लाने तथा गुणवत्ता बनाये रखने के निर्देश लोनिवि के प्रमुख अभियंता को दिये। मुख्य सचिव ने कन्च्योति नाले से बचाव हेतु तत्काल उपाय करने तथा आसपास की सड़कों को सही हालत में लाने के निर्देश लोनिवि को दिये। मुख्य सचिव ने केन्द्रीय लोक निर्माण विभाग के अभियंता को सेला से आगे 21 किमी सड़क के टैण्डर तत्काल लगाने और सेला तक दिसम्बर माह तक सड़क पहुचाने के निर्देश दिये।
केन्द्रीय लोक निर्माण विभाग के अभियंता ने मुख्य सचिव को आश्वासन दिया कि सीपू मार्छा तक अगले वर्ष तक सड़क कटिंग का कार्य प्रारम्भ कर दिया जायेगा।
मुख्य सचिव के भ्रमण के दौरान पुलिस महानिरीक्षक संजय गुंज्याल, जिलाधिकारी एचसी सेमवाल, आईटीबीपी, लोनिवि, आरईएस, सिंचाई आदि विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
मुख्य सचिव सुभाष कुमार ने अपने दो दिवसीय उच्च हिमालयी क्षेत्रों के गांवों के पैदल भ्रमण के दौरान बौगलिंग में केन्द्रीय लोक निर्माण विभाग के अभियंताओं को निर्देश दिये कि दिसम्बर माह तक प्रत्येक दशा में सड़क निर्माण का कार्य सेला तक पहुंचायें। उन्होंने सख्त स्वर में निर्देश दिये कि बरसात से पहले सोबला और दर के बीच आये मलबे को हटाना सुनिश्चित कर कार्य को प्राथमिकता प्रदान करें।
उससे पहले प्रदेश के मुख्य सचिव ने मंगलवार को गुंजी पहुॅचकर कैलाश मानसरोवर यात्रा मार्ग का निरीक्षण किया और आसपास के गांवों की समस्यायें सुनी। उसके पश्चात मुख्य सचिव दर घाटी के तिदांग गये और वहां पर भी उन्होंने स्थानीय ग्राववासियों की समस्या को सुना। उन्होंने दैवी आपदा से क्षतिग्रस्त हुई योजनाओं के पुनर्निर्माण के कार्यो का स्थलीय निरीक्षण किया। मुख्य सचिव ने रात्रि विश्राम बालिंग में किया।
बुद्धवार को प्रातः मुख्य सचिव ने दर घाटी के बालिंग से उपर के गांवों का निरीक्षण किया एवं आपदा के पुनर्निर्माण कार्यो का निरीक्षण करने के बाद नागलिंग, चल, सेला, उड़थिंग, दर, सोबला में स्थानीय लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं को सुना। उन्होंने स्थानीय लोगों की समस्याओं का समाधान करने के निर्देश जनपदीय अधिकारियों को दिये।
उन्होंने कन्च्योति पुल का स्थलीय निरीक्षण कर बरसात से पहले सभी सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने, कार्यो में पारदर्शिता लाने तथा गुणवत्ता बनाये रखने के निर्देश लोनिवि के प्रमुख अभियंता को दिये। मुख्य सचिव ने कन्च्योति नाले से बचाव हेतु तत्काल उपाय करने तथा आसपास की सड़कों को सही हालत में लाने के निर्देश लोनिवि को दिये। मुख्य सचिव ने केन्द्रीय लोक निर्माण विभाग के अभियंता को सेला से आगे 21 किमी सड़क के टैण्डर तत्काल लगाने और सेला तक दिसम्बर माह तक सड़क पहुचाने के निर्देश दिये।
केन्द्रीय लोक निर्माण विभाग के अभियंता ने मुख्य सचिव को आश्वासन दिया कि सीपू मार्छा तक अगले वर्ष तक सड़क कटिंग का कार्य प्रारम्भ कर दिया जायेगा।
मुख्य सचिव के भ्रमण के दौरान पुलिस महानिरीक्षक संजय गुंज्याल, जिलाधिकारी एचसी सेमवाल, आईटीबीपी, लोनिवि, आरईएस, सिंचाई आदि विभागों के अधिकारी मौजूद थे।