आई एन वी सी,
शिमला,
मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह की अध्यक्षता में आज यहां राज्य स्तरीय एकल खिड़की स्वीकृति एवं अनुश्रवण प्राधिकरण की 72वीं बैठक आयोजित की गई। बैठक में 4408.64 करोड़ रुपये के कुल प्रस्तावित निवेश की नई औद्योगिक इकाइयां स्थापित करने के 12 प्रस्तावों और स्थापित इकाइयों के विस्तार एवं संशोधन प्रस्तावों को स्वीकृति प्रदान की गई। इन स्वीकृत औद्योगिक इकाइयों में लगभग 2425 व्यक्तियों को रोज़गार मिलने की संभावना है। प्राधिकरण ने मैसर्ज रिलायंस सीमेंट कम्पनी प्राईवेट लिमिटेड को शिमला जिले की चैपाल तहसील की नेरवा उप तहसील में सीमेंट तथा क्लींकर के उत्पादन की स्वीकृति प्रदान की। इस 3400.72 करोड़ रुपये के नवीन प्रस्ताव के माध्यम से 350 लोगों को रोज़गार उपलब्ध होने की संभावना है। 35.99 करोड़ रुपये के मैसर्ज अम्बा मैटल मेल्टिंग फरनेस प्वाइंट के प्रस्तावित निवेश को स्वीकृति प्रदान की गई। इस प्रस्ताव के माध्यम से 54 लोगों को रोज़गार मिलने की संभावना है और इस कम्पनी द्वारा लोहे, एल्यूमिनियम और ब्रास की रोड और शीट का उत्पादन किया जाएगा। मैसर्ज हिमाद्री फैरो एलोएज प्राईवेट लिमिटेड के 309.64 करोड़ रुपये के फैरो सिलिकाॅन उत्पादन के प्रस्ताव को भी स्वीकृति प्रदान की गई। इसके माध्यम से 520 लोगों को रोज़गार मिलने की संभावना है। मैसर्ज बारमेन्द्र एग्रोटैक प्राईवेट लिमिटेड के 102.06 करोड़ रुपये के निवेश के प्रस्ताव को स्वीकृति दी गई। इसके माध्यम से 100 लोगों को रोज़गार उपलब्ध होगा और इस कम्पनी द्वारा नियंत्रित वातावरण शीत भंडारण सुविधाओं के लिए उद्योग स्थापित किया जाएगा। मैसर्ज सीडीआर एग्रोज के 33.16 करोड़ रुपये के निवेश तथा 184 व्यक्तियों को रोज़गार देने वाले प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान की गई। इस कम्पनी द्वारा स्टार्च एवं सम्बद्ध उत्पादों का उत्पादन किया जाएगा। 150 करोड़ रुपये के निवेश के मैसर्ज हिमालय एलकलीज एंड कैमिकलस लिमिटेड के प्रस्ताव को भी स्वीकृति प्रदान की गई। इस प्रस्ताव के माध्यम से 250 लोगों को रोज़गार उपलब्ध होगा और यहां कास्टिक सोडा लाई, क्लोरीन, हाइड्रोजन गैस, सेलिसाईक्लिक एसिड तथा हाइड्रो क्लोरिक एसिड इत्यादि का उत्पादन किया जाएगा। विस्तार/संशोधन प्रस्तावों में मैसर्ज एबाॅट हेल्थकेयर प्राईवेट लिमिटेड के 87.87 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान की गई। यहां 54 व्यक्तियों को रोज़गार उपलब्ध होगा तथा इस इकाई में फार्मास्यूटिकल फाॅर्मूल्येशनस का उत्पादन किया जाएगा। मैसर्ज डीपी चाॅकलेटस, इकाई-प्प् के 72.85 करोड़ रुपये के निवेश तथा 130 व्यक्तियों को रोज़गार उपलब्ध करवाने के प्रस्ताव को भी स्वीकृति दी गई। इस इकाई में चाॅकलेट उत्पादन तथा कोकोआ, कम्पाउंडस, चिप्स, डिप्स तथा पेस्ट वाली टाॅफियां उत्पादित की जाएंगी। मैसर्ज थियोन फार्मास्यूटिकलस लिमिटेड के 25.83 करोड़ रुपये के टेबलेट्स एवं कैप्सूल तैयार करने के प्रस्ताव को भी स्वीकृति प्रदान की गई। यहां 173 व्यक्तियों को रोज़गार उपलब्ध होने की संभावना है। मैसर्ज लाॅरियल, इंटरनेशनल लिमिटेड के प्रदेश में इकाई स्थापित करने के प्रस्ताव को सैद्धांतिक स्वीकृति प्रदान की गई। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में निवेश के इच्छुक उद्यमियों की भूमि की बढ़ती मांग को देखते हुए स्थापित परिसरों में दो मंजिला भवन निर्मित करने पर विचार किया जाएगा। उद्योग मंत्री श्री मुकेश अग्निहोत्री, मुख्य सचिव श्री पी. मित्रा, प्रधान सचिव पर्यटन श्री वी.सी. फारका, वित्तायुक्त (राजस्व एवं वन) श्री तरूण श्रीधर, प्रधान सचिव वित्त तथा आबकारी एवं कराधान डाॅ. श्रीकांत बाल्दी, प्रधान सचिव बहुद्देशीय परियोजनाएं एवं ऊर्जा श्री एस.के.बी.एस. नेगी, प्रधान सचिव उद्योग श्री आर.डी. धीमान, सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग के इंजीनियर-इन-चीफ इंजीनियर आर.के. शर्मा, हिमाचल प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सदस्य सचिव श्री विनीत कुमार तथा निदेशक उद्योग श्री राजेन्द्र सिंह भी बैठक में उपस्थित थे।