आई इन वी सी न्यूज़
हरियाणा,
प्रदेश की जनता की मुख्यमंत्री तक सीधी पहुंच बनाने के लिए हरियाणा सरकार ने बड़ी और नयी पहल की है। सुशासन दिवस के मौके पर चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सीएम विंडो और सीएम वेब पोर्टल का लोकार्पण किया। इस के लिए जरिये कोई भी नागरिक किसी भी जिले से अपनी शिकायत मुख्यमंत्री तक भेज सकता है और सीएम वेबपोर्टल पर अपनी शिकायत की जानकारी ले सकता है।
महानमा पंडित मदन मोहन मालवीय की जयंती और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्म दिवस को हरियाणा में सुशासन दिवस के रूप में मनाया गया। मुख्य कार्यकर्म गुरुवार को चंडीगढ़ में आयोजित किया गया यहाँ मुख्यमंत्री मनोहल लाल ने सीएम विंडो और सीएम वेबपोटर्ल का शुभारम्भ किया। इस मौके पर उन्हों ने राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों और जिला उपायुक्तों को विडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से दिए अपने सन्देश में कहा की जनता को भरस्टचार मुक्त और पारदर्शी शासन देने में उठाये गए इन कदमो का लाभ निश्चित तौर पर आम आदमी तक पहुंचे गा।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि प्रदेश में जनता की शिकायतों का समयबद्ध तरीके से समाधान और पारदर्शी सुशासन देने के उद्देश्य से बनाये गए सीएम वेबपोटर्ल, सभी जिला सचिवालयों में सीएम विन्डो और आठ तहसीलों में ऑनलाईन रजिस्ट्री प्रणाली से शिकायतों के समाधान के साथ-साथ सम्पतियों का सूचीबद्ध और नागरिकों का एक ऐसा डाटा बेस तैयार होगा, जो किसी क्षेत्र या जनसंख्या विशेष अध्ययन और शोध करने में कारगार सिद्ध होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार जीरो टोलरेंस भ्रष्टïचार, पारदर्शी सरकार व गरीबों के हित की सरकार देने के लिए प्रतिबद्घ हैं और इसके लिए यह सब कार्यक्रम लागू किए जांएगें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ई-रजिस्ट्रेशन के जरिये जहाँ जनता को भरस्टाचार से निजात मिलेगी वहीँ समय और साधनो की भी बचत होगी। उन्हों ने कहा की रजिस्ट्रेशन होने के समय जो आपत्ति होगी उसे लिखित रुप में दिया जाएगा और इन आपत्तियों को दूर करवाने में जिसका कार्य होगा, वो भी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ई-रजिस्ट्रेशन से निश्चित रुप से प्रदेश के लोगों को लाभ मिलेगा तथा इस कार्यक्रम का परिणाम एक अवधि के बाद ही मिलेगा
मुख्यमंत्री ने बताया कि सरकार जनता को कम प्रशासन-अधिकतम सुशासन देने को प्राथमिकता दे रही है और योजनाओं का लाभ समाज के अन्तिम पंक्ति पर खड़े व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि इन प्रणालियों से कार्य प्रणाली में सुधार के साथ-साथ समस्याओं का निपटारा समय पर सुनिश्चित हो सके। उन्होंने कहा कि हालांकि प्रणाली सूचना प्रौद्योगिकी पर आधारित हैं। इसलिए जो लोग इसे पूरी तरह वाकिफ नहीं हैं, उन्हें दूसरे लोगों का सहयोग लेना चाहिए।