-‘विजन-50’ में आज से विषय विशेषज्ञ देंगे विद्यार्थियों को टिप्स
टिप्स
आई एन वी सी ,
भोपाल,
संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) आखिर आपको आईएएस, आईपीएस या आईएफएस क्यों बनाए? जब आप शार्टकट अपना कर केवल पासिंग मार्क के जरिए प्रशासनिक सेवा में जाना चाहते हैं। यूपीएससी को ‘समावेशी’ तैयारी करने वाला प्रतिभागी चाहिए। वह प्रश्नों के जरिए यही स्थिति को जांचता है। ‘समावेशी’ अर्थात आपको किसी विषय के बारे में कितना ज्ञान है। यह बात प्रशासनिक सेवा की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों को बताई एथिक्स व अर्थशास्त्र के अध्यापक बृजभूषण पांडे ने।
बुधवार से श्री पांडे व इतिहास के अध्यापक विवेक सिंह डिपो चौराहा स्थित छात्रशक्ति कार्यालय में लगने वाले ‘विजन-50’ में छात्र-छात्राओं तैयारी के बारे में जानकारी देंगे। मंगलवार को दोनों अध्यापकों ने विद्यार्थियों से परिचय करते हुए उनके सवालों के जवाब दिए। एक छात्र ने पूछा याद कैसे करें? इस पर श्री पांडे ने बताया, किसी भी पुस्तक को तीन बार पढ़े, किसी एक ही किताब को अपना साथी चुनें। और पढ़ने के साथ लिखकर याद करें। उन्होंने एक उदाहरण देते हुए बताया, गीत सुनने में ही याद हो जाता है, ऐसा इसलिए कि संगीत और श्रृवण शक्ति एक ही दिशा में काम करते हैं। दिमाग जिसे तुरंत ग्रहण कर लेता है। दूसरी ओर जब किसी किताब को पढ़ना होता है तो एकाग्रता, पिछला पढ़ा हुआ और पढ़ने की गति पर ध्यान देना होता है। तब दिमाग इसे लेता है। इस बीच जरासा भी शोर रिदम को तोड़ देता है। इसलिए किताब को दो से तीन बार पढ़े, जिससे जो भी छूटा हो वह याद रह जाए। याद करने के लिए खुद ही नोट्स बनाएं। भारतीय संविधान याद करने के लिए कई भागों में इसे बांट लें। वायसराय के कालों और कामों को अलग कर लें। इसी प्रकार अर्थशास्त्र 4 भाग 1. राज्य कोषी घाटा, 2. राष्ट्रीय आय, 3. मौद्रिक नीति और बैंकिंग व्यवस्था, 4. वैदेसिक क्षेत्र और विदेशी विनिमय को अलग-अलग करके पढ़ा जाए तो बेहतर होगा। इसके बाद भी अर्थशास्त्र के प्रश्न वर्तमान पर ज्यादा आधारित होते हैं।
संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) आखिर आपको आईएएस, आईपीएस या आईएफएस क्यों बनाए? जब आप शार्टकट अपना कर केवल पासिंग मार्क के जरिए प्रशासनिक सेवा में जाना चाहते हैं। यूपीएससी को ‘समावेशी’ तैयारी करने वाला प्रतिभागी चाहिए। वह प्रश्नों के जरिए यही स्थिति को जांचता है। ‘समावेशी’ अर्थात आपको किसी विषय के बारे में कितना ज्ञान है। यह बात प्रशासनिक सेवा की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों को बताई एथिक्स व अर्थशास्त्र के अध्यापक बृजभूषण पांडे ने।
बुधवार से श्री पांडे व इतिहास के अध्यापक विवेक सिंह डिपो चौराहा स्थित छात्रशक्ति कार्यालय में लगने वाले ‘विजन-50’ में छात्र-छात्राओं तैयारी के बारे में जानकारी देंगे। मंगलवार को दोनों अध्यापकों ने विद्यार्थियों से परिचय करते हुए उनके सवालों के जवाब दिए। एक छात्र ने पूछा याद कैसे करें? इस पर श्री पांडे ने बताया, किसी भी पुस्तक को तीन बार पढ़े, किसी एक ही किताब को अपना साथी चुनें। और पढ़ने के साथ लिखकर याद करें। उन्होंने एक उदाहरण देते हुए बताया, गीत सुनने में ही याद हो जाता है, ऐसा इसलिए कि संगीत और श्रृवण शक्ति एक ही दिशा में काम करते हैं। दिमाग जिसे तुरंत ग्रहण कर लेता है। दूसरी ओर जब किसी किताब को पढ़ना होता है तो एकाग्रता, पिछला पढ़ा हुआ और पढ़ने की गति पर ध्यान देना होता है। तब दिमाग इसे लेता है। इस बीच जरासा भी शोर रिदम को तोड़ देता है। इसलिए किताब को दो से तीन बार पढ़े, जिससे जो भी छूटा हो वह याद रह जाए। याद करने के लिए खुद ही नोट्स बनाएं। भारतीय संविधान याद करने के लिए कई भागों में इसे बांट लें। वायसराय के कालों और कामों को अलग कर लें। इसी प्रकार अर्थशास्त्र 4 भाग 1. राज्य कोषी घाटा, 2. राष्ट्रीय आय, 3. मौद्रिक नीति और बैंकिंग व्यवस्था, 4. वैदेसिक क्षेत्र और विदेशी विनिमय को अलग-अलग करके पढ़ा जाए तो बेहतर होगा। इसके बाद भी अर्थशास्त्र के प्रश्न वर्तमान पर ज्यादा आधारित होते हैं।