आई एन वी सी ,
दिल्ली ,
आखिरकार नरेदर मोदी को प्रधानमंत्री बनाने के लियें आज भाजपा के साथ साथ NDA ने भी सभी फॉर्मेलिटी पूरी कर दी , पहले पार्लियामेंट के सेंट्रल हॉल में मोदी का विधिवत भाजपा के साथ साथ NDA का नेता चुना गया ,फिर प्रधानमंत्री पद का नेता चुना गया , फिर र्लियामेंट के सेंट्रल हॉल की सभी फॉर्मेलिटीज पूरी करके नरेदर मोदी 15 सदस्यीय टीम के साथ र्लियामेंट के सेंट्रल हॉल निकल कर सरकार बनाने का दावा पेश करने मोदी राष्ट्रपति से मिलने गये , नरेद्र मोदी ने राष्ट्रपति से हाथ मिलाया। दोनों एक दूसरे को फूलों का बुके देकर एक दूसरे का स्वागत किया। राष्ट्रपति ने नरेंद्र मोदी को चुनाव में मिली जीत की बधाई दी फिर राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद राष्ट्रपति भवन से बहार निकल कर मोदी ने मीडिया के सामने आये और मीडिया को चिठ्ठी दिखाते हुए कहा मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति ने विधिवत रुप से मुझे चिट्ठी दी है। 26 मई की शाम 6 बजे राष्ट्रपति भवन में शपथ ग्रहण समारोह होगा,आप सब भी आमंत्रित हैं !
इससे पहले जब नरेदर मोदी पार्लियामेंट के सेंट्रल हॉल दाखिल हो रहे थे उन्होने सीडियों पर माथा टेका और परिल्यामेंट के बीजेपी के संसदीय दल के नेता चुने जाने के बाद मोदी ने अपने भाषण में कहा कि मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने सीएम चेंबर देखा, सीएम बनने के बाद विधानसभा के अंदर गया और अब पहली बार सेंट्रल हॉल में आया हूं इससे भी पहले भारतीय जनता पार्टी के संसदीय दल की बैठक पार्लियामेंट के सेंट्रल हाल में हुयी जहां पर सर्व संमती से नरेदर मोदी को बीजेपी संसदीय दल के नेता चुन लिए गया , बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने नरेंद्र मोदी के नाम का प्रस्ताव किया, जिसका मुरलीमनोहर जोशी, वेेंकैया नायडू, नितिन गडकरी, सुषमा स्वराज, करिया मुंडा, अरुण जेटली, रविशंकर प्रसाद और मुख्तार अब्बास नकवी ने अनुमोदन किया, जिसके बाद मोदी बीजेपी संसदीय दल के नेता चुन लिए गए।
राजनाथ सिंह ने नरेंद्र मोदी के पीएम प्रस्ताव पर मुहर लगाते हुए उन्हें सर्वसम्मित पार्लियामेंट्री का नेता घोषित किया । जिन्हें सभी नेताओं ने सर्वसम्मित से चुना और समर्थन दिया, राजनाथ सिंह ने कहा कि यह बहुत ही अभूतपूर्ण क्षण है। ऐतिहासिक क्षण है। स्पष्ट बहुमत के लिए (282 सीटों पर मिली जीत) के लिए प्रसन्नता जताई। साथ ही आडवाणी और अटल के योगदान को याद करते हुए कुछ बातों का जिक्र किया। उन्होंने पं दीन दयाल और श्यामा प्रसाद मुखर्जी को याद किया। राजनाथ सिंह ने इस अभूतपूर्व क्षण का श्रेय नरेंद्र मोदी को दिया।
नरेदर मोदी ने पार्लियामेंट के सेंट्रल हॉल अपना भाषण एक प्रधानत्री की तरहा देते हुयें कहा की मोदी ने सेंट्रल हॉल के अपने पहले संबोधन में कहा कि मैं आभारी हूं एक नये दायित्व के लिए। मैं आडवाणी और राजनाथ का आभारी हूं और उन्होंने आशीर्वाद भी दिया नरेदर मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री को याद करते हुए कहा की आज अगर यहाँ अटल जी हां होते तो सोने में सुहागा होता। यह लोकतंत्र का मंदिर है। हम यहां पर पद के लिए नहीं सवा सौ करोड़ देश वासियों की आशा और आंकाक्षाओं को समेटे बैठे हैं। उसे परिपूर्ण करने के लिए अपने आपको समर्पित करना होगा। 13 सितंबर को पार्टी ने मेरी जिम्मेदारी तय की और मैंने 15 सिंतंबर से अपना कार्य शुरु किया। मैंने संगठन से मिले दायित्व को पूर्ण करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। जब 10 मई को चुनाव प्रचार समाप्त हुआ तो मैंने इस एक सिपाही की तरह रिपोर्ट पेश की।
भावी प्रधानमंत्री नरेदर मोदी ने सभी स्वतंत्रता सैनानियों के साथ संविधान को नमन किया। यह लोकतंत्र की ताकत है कि एक गरीब परिवार का व्यक्ति यहां पर खड़ा है। लोगों की लोकतंत्र के प्रति आस्था बढ़ी है। मैं यह स्पष्ट मानता हूं कि सरकार वो हो जो गरीबों की सुने और सोचे। सरकार वो हो जो गरीबों के लिए जिए। यह सरकार देश की मां और बहनों को समर्पित है। मोदी ने कहा कि भाजपा मेरी मां है। और मां की सेवा कभी कृपा नहीं होती है। बेटा कृपा नहीं करता, बेटा सेवा करता है आज नरेदर मोदी भावुक होगये थे