मेलों के माध्यम से बनाओ पर्यटन रणनीति

invc news harish rawatआई एन वी सी न्यूज़
देहरादून,
भीमताल की सुन्दरता विश्व विख्यात है, वही इस कस्बे का ऐतिहासिक महत्व है। होटल व्यवसाय जहां पर्यटन की नींव है। प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत एवं धरोहर को संजोए रखने मंे भी कडी का कार्य करता है। हम अपने प्रदेश की पारम्परिक विरासत व संस्कृति को बचाने के लिए भीमताल जैसे कस्बों के आसपास के गांवों में हस्तशिल्प ग्राम विकसित करें, ताकि इन छोटे पर्वतीय कस्बों में प्राकृतिक सौन्दर्य का आनंद लेने वाले पर्यटकों को स्थानीय हस्तशिल्प व उत्पाद मिल सके। इससे पर्यटन एवं रोजगार के अवसर बढंेंगे। यह बात मुख्यमंत्री हरीश रावत ने रविवार को भीमताल झील के किनारे नवनिर्मित आधुनिकतम सुविधाओं से पूर्ण होटल हर शिखर का लोकार्पण अवसर पर कही।

मुख्यमंत्री श्री रावत ने होटल व्यवसायियो से कहा कि वह उत्तराखण्ड की भौतिकी एवं संस्कृति के सम्वर्धन में आगे आयें। उन्होने इस पर चिन्ता व्यक्त करते हुये कहा कि पहाड की लोक संस्कृति, लोकगीत वाद्य यन्त्र, हस्तशिल्प आज की भौतिकता की दौड में हाशिए पर आ गया है। उन्होने कहा कि होटल व्यवसाय के माध्यम से उत्तराखण्ड राज्य के विकास में सहयोग करने का संकल्प लिया है। प्रदेश सरकार ने चारधाम यात्रा पूरे वर्ष के लिए प्रारम्भ कर दिया है। हम यात्राओ के सुगम बनाने की दिशा में कार्यरत है। हमारा प्रयास है कि वर्ष 2012 में जितने पर्यटक आये थे, उसमें से कम से कम 80 प्रतिशत वापस उत्तराखण्ड को वापस लौटे।

मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि प्रदेश सरकार मेलों के माध्यम से पर्यटन विकास की दिशा मंे भी रणनीति तैयार कर रही है। प्रदेश भर में विभिन्न स्थानो पर वर्ष भर में आयोजित होनेवाले सांस्कृतिक एवं धार्मिक मेलों का कलैन्डर एवं समय सारणी तैयार की जा रही है। जिसे राष्ट्रीय एवं अन्तराष्टीय स्तर पर प्रख्यापित किया जायेगा, ताकि दुनिया के दूर दराज के इलाकों में इन मेंलो की जानकारी पर्यटको केा मिल सकें और वे उत्तरखण्ड का रूख करें। प्रदेश सरकार ने पर्यटन विकास के लिए साहसिक खेलों एवं रिवरराफ्टिंग को भी पर्यटन को जरिया बनाया है। उन्होने स्थानीय लोगो व होटल व्यवसायियों से कहा कि वह भीमताल, नैनीताल, नौकुचियाताल, सातताल व अन्य झीलों मंे साहसिक खेलो का आयोजन करायें या उससे सम्बन्धित प्रस्ताव सरकार को भेजे।  ऐसे आयोजनो को भी सरकार आर्थिक सहायता प्रदान करेगी।

मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि प्रदेश सरकार साइकिलिंग ट्रैक तथा बाइकिंग ट्रैक भी तैयार करने की दिशा में कार्य कर रही है। ताकि साइकिंलिग व बाइकिंग के जरिये भी पर्यटन विकसित हो। उन्होने कहा कि देश के विभिन्न प्रान्तो एवं विदेशो ंमें पर्यटन का विकास निजी प्रयासो से ही हुआ है। केवल सरकार ने इन प्रयासेा केा मूर्त रूप प्रदान किया है। उन्होने कहा है कि आज भी बडी सख्या मे लोग फूलों का अवलोकन व उनकी सुन्दरता निहारने गंगटोक जाते है। जबकि विश्व प्रसिद्ध फूलों की घांटी उत्तरखण्ड में भी है। उन्होने कहा कि आईये आज हम संकल्प ले कि हम सरकारी प्रयासों के साथ ही निजी प्रयासो के माध्यम से प्रदेश के पर्यटन व्यवसाय को और अधिक गति प्रदान करने के लिए मददगार बने।

होटल हरशिखर के चेयरमैन एसपी सिह ने बताया कि उनके द्वारा भीमताल में होटल स्थापित करना एक अलौेकिक अनुभव है। उन्होने कहा कि वह इस व्यवसाय के माध्यम से देवभूमि की सेवा करना चाहते है। उन्होने बताया कि उनकी संस्था एलपीएस द्वारा वर्ष 2012 में केदारनाथ में आयी आपदा से उत्तराखण्ड को उभरने के लिए लखनऊ पब्लिक स्कूल संगठन की तरफ सेे मुख्यमंत्री राहत कोष मे 21 लाख की धनराशि दी गयी थी। एमएलसी एवं होटल हरशिखर की निदेशक श्रीमती कान्ती सिह ने पुष्पगुच्छ एवं प्रतीक चिन्ह देकर मुख्यमंत्री हरीश रावत व श्रममंत्री हरीश दुर्गापाल का सम्मान किया।

कार्यक्रम मंे ब्लाक प्रमुख गीता विष्ट, अध्यक्ष होटल एसोसिएशन विनोद गुणवन्त,पूर्व सांसद डा0 महेन्द्र सिह पाल,महेश शर्मा, सदस्य मलिन बस्ती सुधार समिति खजान पाण्डे, उपाध्यक्ष जिला पंचायत पुष्कर नयाल, जया विष्ट, केदार पलडिया,हरीश विष्ट,रामसिह कैडा, मुख्यमंत्री के सलाहकार संजय चैधरी, ओसडी मुख्यमंत्री आन्नद बहुगुणा, आयुक्त कुमायू मंडल अवेन्द्र सिह नयाल,अपर जिलाधिकारी उदय सिह राणा के अलावा बडी संख्या मे गणमान्य नागरिक मौजूद थे। आगन्तुकांे के स्वागत मंे लखनऊ पब्लिक स्कूल के बच्चों द्वारा कुमाउनी लोकगीत एव ंस्वागत गीत प्रस्तुत किये।

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