ज़ाकिर हुसैन
नई दिल्ली. पूर्वोत्तर दिल्ली की लोकसभा सीट से उम्मीदवार बने कांग्रेस नेता जगदीश टाइटलर ने कहा है कि वो अपनी उम्मीदवारी का फ़ैसला कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर छोड़ रहे हैं. साथ ही उन्होंने यह भी कहा वो अपनी दावेदारी के लिए दबाव नहीं बनाएंगे और जो सोनिया गांधी का फ़ैसला होगा उसे मानेंगे.
यहां हुई एक प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने कहा कि एनडीए के शासनकाल में अकाली दल भी सत्ता में थी और इस दौरान भी कोर्ट से उन्हें बरी किया गया था. उन्हें बार-बार इंसाफ़ मिला है और वो चुनाव जीते भी हैं. उन्होंने कहा कि उनके ख़िलाफ़ कोई मुकदमा नहीं है, सिर्फ़ एक हलफ़नामे में उनका नाम लिया गया है जिसकी जांच फ़िलहाल हो रही है.
उन्होंने मीडिया पर आरोप लगाते हुए कहा कि मीडिया ने उन्हें बदनाम किया है और वो अपनी पार्टी को शर्मिन्दा नहीं करना चाहते. उनका कहना था कि उन्हें किसी नेता ने उम्मीदवारी से हटने के लिए नहीं कहा, लेकिन वो पार्टी के हित में इस फ़ैसले पार्टी के सुपुर्द कर रहे हैं.
क़ाबिले-ज़िक्र है कि कांग्रेस नेता जगदीश टाइटलर पर 1984 के सिख विरोधी दंगों में शामिल होने का आरोप था और पिछले दिनों इस मामले में सीबीआई ने उन्हें क्लीन चिट दे दी थी और इस संबंध में अदालत को वीरवार को सुनवाई करनी थी, लेकिन अदालत ने सुनवाई स्थगित कर दी.
गौरतलब है कि दो दिन पहले एक पत्रकार ने सिख विरोधी दंगों के मामले मे एक सवाल के जवाब से संतुष्ट न होने पर गृहमंत्री पी. चिदंबरम पर जूता फेंका था. इस घटना के बाद से ही देशभर सिख समुदाय ने कांग्रेस के खिलाफ़ प्रदर्शन और तेज़ कर दिए. मौजूदा आम चुनाव के मद्देनज़र विपक्षी दलों ने भी कांग्रेस पर निशाना साधना शुरू कर दिए, जिससे कांग्रेस नेता जगदीश टाइटलर के साथ-साथ सज्जन कुमार की उम्मीदवारी पर ख़तरा मंडराना शुरू हो गया.