लखनऊ,,
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सूर्य प्रताप शाही ने समाज सेवी अन्ना हजारे द्वारा आज आमरण अनशन समाप्त करने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि लोकतंत्र की जीत है। भ्रष्टाचार के विरूद्ध नागरिको ने शांतिपूर्ण साधनो के माध्यम से निर्णायक लड़ाई जीती है। अन्ना हजारे द्वारा भ्रष्टाचार के विरूद्ध संचालित अहिंसक आन्दोलन को कांग्रेस ने कुचलने का प्रयास किया। अहंकार में डूबी कांग्रेस सरकार को जनता के सामने झूकना ही पड़ा। कांग्रेस ने लगातार अड़ियल रूख अपनाया। वह अन्ना हजारे के आन्दोलन और मांगो की उपेक्षा करती रही लेकिन भाजपा खुलकर साथ रही संसद व सड़क पर। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी पहले ही से भ्रष्टाचार और घोटालो के विरूद्ध संसद से सड़क तक लड़ती रही है। भाजपा सशक्त लोकपाल बिल लाये जाने के लिए प्रतिबद्ध है। राजग सरकार ने अटल जी के नेतृत्व में प्रधानमंत्री को भी शामिल करते हुए लोकपाल विधेयक प्रस्तुत किया था। श्री शाही ने कहा कि लोकतांत्रिक एवं शांतिपूर्ण तरिके से भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने वाली शक्तियों पर कांग्रेस सरकार ने बर्बरतापूर्ण दमनचक्र चलाया था। यू0पी0ए0 सरकार के पहले बाबा रामदेव और उनके निहत्थे साथियों पर बर्बरतापूर्ण हमला किया। भारतीय जनता युवा मोर्चा कार्यकर्ताओं पर लाठियां बरसाई गयी। अहिंसक आन्दोलन कर रहे अन्ना हजारे और उनके साथियों को गिरफ्तार भी किया गया। भाजपा ने ही सड़क से लेकर संसद तक अन्ना की गिरफ्तारी का विरोध किया। संसद के दोनो सदनो में अन्ना हजारे के तीनो मुद्दो पर भाजपा ने ही सहमति जताई। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष श्रीमती सुषमा स्वराज और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष अरूण जेटली ने स्पष्ट रूप से कहा कि भाजपा भविष्य में भ्रष्टाचार, घोटाले और कालेधन को समाप्त करने के लिए हर प्रकार का संघर्ष करने के लिए दृढ़संकल्पित है।















