दिल्ली,
भाजपा ने आज इन दावों से इंकार किया कि उसके प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी ने कश्मीर मुद्दे का हल करने में सहयोग के लिए अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी के पास अपने प्रतिनिधि भेजे थे।
पार्टी के वरिष्ठ नेता रवि शंकर प्रसाद ने गिलानी के दावे को ‘‘बेबुनियाद और शरारतपूर्ण’’ बताते हुए उनसे ऐसा ‘‘झूठा प्रचार’’ करने के लिए माफी मांगने को कहा।
उन्होंने कहा कि मीडिया के एक वर्ग में गिलानी के उक्त ‘‘भ्रामक दावे’’ संबंधी खबर प्रकाशित, प्रसारित हुई है कि कश्मीर मुद्दे को लेकर मोदी के दो कथित प्रतिनिधियों ने उनसे मुलाकात की थी।
प्रसाद ने कहा, ‘‘भाजपा यह स्पष्ट करना चाहती है कि यह दावा पूरी तरह बेबुनियाद, निराधार, शरारतपूर्ण और दुर्भावनापूर्ण होने के साथ भाजपा के प्रति पूर्वाग्रह से ग्रस्त है। हम बहुत प्रमुखता, बहुत स्पष्टता और पूरी जिम्मेदारी से यह साफ करना चाहते हैं कि मोदी का कोई भी प्रतिनिधि कभी भी गिलानी से नहीं मिला है।’’
शुक्रवार को दावा किया था कि 22 मार्च को जब इलाज के सिलसिले में वह दिल्ली आए थे तो मोदी के दो प्रतिनिधियों ने उनसे मुलाकात का समय मांगा था। उन्होंने यह दावा भी किया कि मोदी की आरएसएस पृष्ठभूमि को देखते हुए उन्होंने इस पेशकश को ठुकरा दिया था।
चुनाव के बीच ऐसी खबरें आने से परेशान पार्टी ने कश्मीर पर अपने रूख को दोहराते हुए कहा है, ‘‘भाजपा इसमें पूर्ण विश्वास रखती है कि जम्मू कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और भाजपा जम्मू कश्मीर के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। राज्य की सबसे बड़ी कमी वहां सुशासन का पूर्णत: अभाव होना है। वहां भ्रष्टाचार के चलते विकास और प्रगति नहीं हो पाई।’’
प्रसाद ने कहा, जम्मू कश्मीर की जनता को भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन की जरूरत है। युवाओं को रोजगार की दरकार है। वहां की जनता विकास और सुशासन चाहती है। लेकिन इन मूल मुद्दों का समाधान करने पर ध्यान देने की बजाय अलगाववादी नेताओं ने युवाओं की आकांक्षाओं को धुंधला करने का ही काम किया है।