रक्षामंत्री श्री ए.के. एन्टनी ने सेना और वायु सेना के शीर्ष अधिकारियों से निहित स्वार्थ के लिए भ्रष्ट कार्यों में शामिल न होने का आह्वान किया है। आज यहां दोनों सेनाओं को अलग-अलग सम्बोधित करते हुए श्री एन्टनी ने कहा कि उन्हें पूरी ईमानदारी और सत्यनिष्ठा से अपने दैनिक कार्यों को पूरा करना चाहिए।
वैश्विक सुरक्षा की स्थिति को देखते हुए, श्री एन्टनी ने कहा कि पश्चिमी एशिया और उत्तरी अमेरिका में राजनैतिक उथल-पुथल वैश्विक सुरक्षा के लिए नयी चुनौतियां हैं। किसी भी प्रतिकूल स्थिति का प्रभाव निश्चित रूप से उर्जा सुरक्षा और पूरे विश्व की सभी सुरक्षा पर पड़ेगा।
श्री एन्टनी ने कहा कि सरकार सशस्त्र बलों के आधुनिकीकरण और ढ़ाचागत विकास के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि हम लोग काफी समय तक विदेशी उपकरणों पर निर्भर रहे। उन्होंने कहा कि उपकरणों के प्रारूप, निर्माण और उत्पादन के साथ इसमें हो रही देरी के अलावा एक दूसरे की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए रक्षा उद्योग के बीच हमेशा तालमेल बना रहे।
इससे पहले आज सुबह वायु सेना के कमाण्डरों को सम्बोधित करते हुए श्री एन्टनी ने कहा कि निहित स्वार्थ की वजह अनावश्यक दबाव रहता है, जिससे भ्रष्ट कार्यों को बढ़ावा मिलता और यह हमारे सुरक्षा को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकता है। हमें संयुक्त और दृढ़ रूप से राष्ट्रहित के लिए ऐसे प्रयासों का विरोध करना चाहिए।
विमानों की सुरक्षा के बारे में बोलते हुए रक्षा मंत्री ने वायु सेना के शीर्ष अधिकारियों से मानक परिचालन विधियों का पालन हमेशा सुनिश्चित करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि मानवीय चूकों को कम करना चाहिए और यदि संभव हो तो दूर किया जाना चाहिए।
रक्षा मंत्री ने पिछले वर्ष के रक्षा बजट में आवंटित राशि का पहली बार पूरी तरह व्यय कर पाने के लिए दोनों सेनाओं की प्रशंसा की। उन्होंने कहा अब ऐसी स्थिति हमेशा बनाये रख्ने की जरूरत है। हालांकि श्री एन्टनी ने व्यर्थ व्यय नहीं करने और राजस्व व्यय में कमी लाने का आह्वान कमान्डरों से किया।