राजेन्द्र उपाध्याय
नई दिल्ली. देश में स्वाइन फ्लू से मरने वाली की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। देश में अब तक इस महामारी से चार लोगों की मौत हो गई है। देश में स्वाइन फ्लू की चौथी मौत अटलांटा से गुजरात के अहमदाबाद पहुंचे एनआरआई प्रवीण पटेल की हुई है। पहले पुणे में ही 14 वर्षीय छात्रा रिदा शेख की स्वाइन फ्लू से मौत हो गई थी। देश में इस बीमारी से मौत का वह पहला मामला था।
प्रवीण पटेल के अलावा पुणे के शिक्षक तुकाराम कोकरे और मुंबई की फहमीदा पानवाला की पहले ही इस बीमारी से मौत हो चुकी है। पूरे देश में अब तक आठ सौ लोग इस बीमारी की चपेट में आ चुके हैं। अब तक स्वाइन फ्लू के 72 नए मामले सामने आए। इनमें से 34 मामले पुणे में, दो मुंबई में, सात चेन्नई में, 13 दिल्ली में, 10 बंगलौर में, तीन मंगलौर में और एक-एक मामले अमृतसर, फ़रीदाबाद और लखनऊ में मिले हैं. सरकारी आंकड़ों के अनुसार देश में करीब 800 लोग स्वाइन फ्लू की चपेट में आ चुके हैं। इनमें से करीब 500 को इलाज के बाद घर भेजा जा चुका है। गौरतलब है कि दो दिन पहले केंद्र सरकार ने स्वाइन फ़्लू से निपटने के लिए नए दिशा-निर्देश जारी किए थे.
स्वाइन फ्लू से बचने के लिए डॉक्टरों ने लोगों को सलाह दी है कि वे बुखार, खांसी, सर्दी या किसी भी फ्लू से पीड़ित व्यक्ति से मिलने से परहेज करें। खांसते या छींकते समय मुंह व नाक को टिश्यू पेपर से ढंकें व उसे डास्टबिन में डाले। साथ सफाई का विशेष ध्यान रखें.
उनके मुताबिक बीमारी के लक्षणों में सांस लेने में तकलीफ, त्वचा पर चकते या भूरापन, छाती या पेट में दर्द, सांस तेज चलना, अचानक चक्कर आना, बुखार के साथ फ्लू से लक्षण, लगातार उल्टियां होना शामिल है.