तीन वर्षों के भीतर कृषि ऋण दोगुना हुआ

संजय अरोड़ा 

नई दिल्ली.   वर्ष  2008-09 के दौरान सहकारी और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों सहित सभी बैंको ने 2,64,455 करोड़ रुपए के ऋण वितरित किये. जबकि लक्ष्य 2,80,000 करोड़ रुपए का ऋण वितरित करना था। इस प्रकार ऋण वितरण में 94.4 प्रतिशत की उपलब्धि हुई। वित्तामंत्री ने 18 जून 2004 को कृषि क्षेत्र को मिलने वाले ऋण का प्रवाह तीन वर्ष में दोगुणा करने की घोषणा की थी। वर्ष 2007-08 तक इन तीन वर्षों में हर वर्ष बैंकों ने लक्ष्य से अधिक ऋण वितरित किये।

वर्ष 2008-09 के दौरान (फरवरी 2009 तक) कुल 26,828 करोड़ रुपए की सीमा वाले 47.26 लाख किसान क्रेडिट कार्ड जारी किये गये। 1998-99 में योजना के प्रारंभ से लेकर 28 फरवरी 2009 तक कुल आठ करोड़ आठ लाख किसान क्रेडिट कार्ड जारी किये जा चुके हैं।

कृषि ऋण माफी और ऋण राहत योजना के तहत सरकार ने वाणिज्यिक बैंकों, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों तथा सहकारी ऋणदाता संस्थाओं को प्रथम किस्त के रूप में 25,000 करोड़ रुपए उपलब्ध कराये । इसमें से 17,500 करोड़ रुपए क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों तथा सहकारी संस्थाओं को अस्थाई नकद सहायता के रूप में उपलब्ध कराये गये जबकि 7,500 करोड़ रुपए वाणिज्यिक बैंकों को उपलब्ध कराये गये।

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