= एसडीएम को लगी खबर =
=मौके परे पहुंचे नायब तहसीलदार और महिला एवं बाल विकास के अधिकारी =
हेमंत पटेल ,
ग्राम इमलिया में बाल विवाह होने की खबर हुजूर एसडीएम राजेश श्रीवास्तव को लगी। उन्होंने तत्काल नायब तहसीलदार और महिला एवं बाल विकास विभाग की टीम को मौके पर पहुंचाया। अधिकारियों की थोड़ी मशक्कत के बाद बाल विवाह रुका। सामने आया कि दो दिन पहले ही जांच में शादी के लिए नाबालिग पाए गए कपिल मीना का विवाह उनके पिता मोहन सिंह मीना गुरुवार को करा रहे थे।
इस दौरान मौके पर पहुंचे अधिकारियों का विवाह में शामिल होने आए लोगों और परिजनों को विवाद भी हुआ। खैर, आखिर में परिजन माने। इसके बाद उन्होंने कपिल की शादी 21 वर्ष से पहले न करने संबंधि एक पत्र भी लेकर लिखित में भी दिया। उल्लेखनीय है कि पटवारी-आरआई ने जांच की थी, जिसमें कपिल पिता मोहन मीना की उम्र साढ़े 18 वर्ष निकली थी। पता चला था कि 25 अप्रैल को उसके परिजन कपिल की बारात चौपड़ा लेकर जा रहे हैं। टीम ने यहां पर पहले तो मोहन मीना को समझाया, जब नहीं माने तो उन्हें सजा व जुर्माने का डर दिखाते हुए लिखित में लिया कि वह शादी नहीं करवाएंगे और न ही बरात लेकर चौपड़ा गांव जाएंगे। ऐसा ने होने पर उनके खिलाफ प्रकरण बन सकता है। ये बात जब टीम ने बताई तो विवाह रुका। इसके बाद मेहमानी में आए रिश्तेदार भी रवाना होना शुरू हो गए।
-मिली थी शिकायत
22 अप्रैल को ग्राम इमलिया निवासी महेश मीना ने एक शिकायत कलेक्टर, एसडीएम को दी थी, जिसमें बताया था कि कपिल मीना का बाल विवाह किया जा रहा है। शिकायत हवाला दिया कि कपिल ने उसके दोस्तों दर्शन, सुनील और दशरथ
ने मेरे बेटे सचिन की 1 अप्रैल 2011 को घर घुस कर पिटाई की थी। सचिन पर कपिल और उसके दोस्तों ने चाकू से हमला भी किया था, जिसमें बेटे को चोटें आईं। मामला थाने पहुंचा, फिर कोर्ट में। कोर्ट में तथ्य सामने आया कि कपिल नाबालिग है। इसके चलते प्रकरण बाल न्यायालय में भेज दिया गया। वर्तमान में इस मामले की पेशियां चल रही हैं। महेश मीना ने बाल विवाह रुकवाने के साथ कार्रवाई की मांग की गई थी।
-जांच हुई
शिकायत को लेकर एसडीएम राजेश श्रीवास्तव ने पटवारी-आरआई की एक टीम को तत्काल ग्राम इमलिया में मोहन सिंह मीना के घर भेजा था। जांच दल ने कपिल के जन्म तिथि को लेकर स्कूली दस्तावेज सहित अन्य प्रमाणों से पता लगाया कि कपिल वर्तमान में साढ़े 18 वर्ष का है।
वर्जन
पटवारी-आरआई ने जांच में कपिल की उम्र साढ़ 18 साल मिली थी। बाल विवाह को लेकर हिदायत भी दी गई, लेकिन फिर भी मोहन मीना बेटे की शादि करने जा रहा था। मोहन मीना ने टीम को लिखित में दिया है कि वह अेब अपने बेटे का विवाह 21 वर्ष की उम्र से पहले नहीं करेंगे।
राजेश श्रीवास्तव, एसडीएम, तहसीलदार हुजूर