आई एन वी सी ,
दिल्ली,
सरकार ने नागर विमानन उद्योग के उत्थान और इसे और सुदृढ़ बनाने के लिए अनेक कदम उठाए हैं। यह जानकारी आज नागर विमानन राज्य मंत्री श्री के.सी. वेणुगोपाल ने दी। उन्होंने बताया कि यह कदम सरकार द्वारा गठित कार्यदल की सिफारिशों के आधार पर उठाए गए हैं। इस कार्य दल में नागर विमानन सचिव, वित्त सचिव, वित्तीय सेवा सचिव, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के डीजीएफटी और नागर विमानन मंत्रालय में संयुक्त सचिव शामिल थे। श्री वेणुगोपाल ने बताया कि विदेश व्यापार महानिदेशक ने विमान सेवाओं द्वारा वास्तविक इस्तेमाल आधार पर एटीएफ के प्रत्यक्ष आयात की अनुमति दी है। निर्धारित घरेलू विमानों तथा अनिधार्रित कैरियर विमानों में विदेशी विमान सेवाओं द्वारा प्रदत्त पूंजी के 49 प्रतिशत तक प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की मंजूरी दी गई है। श्री वेणुगोपाल ने यह भी कहा कि विमान सेवाओं को अपनी कार्य पूंजी आवश्यकता पूरी करने के लिए एक बिलियन अमरीकी डॉलर तक के ईसीबी की मंजूरी दी गई है। घरेलू क्षेत्र में संचालन का विनियमीकरण किया गया है। इस तरह अब रूट डिस्पर्सल दिशा-निर्देशों के तहत विमान सेवाएं देश में कहीं भी संचालन को स्वतंत्र हैं।
सरकार ने नागर विमानन उद्योग के उत्थान और इसे और सुदृढ़ बनाने के लिए अनेक कदम उठाए हैं। यह जानकारी आज नागर विमानन राज्य मंत्री श्री के.सी. वेणुगोपाल ने दी। उन्होंने बताया कि यह कदम सरकार द्वारा गठित कार्यदल की सिफारिशों के आधार पर उठाए गए हैं। इस कार्य दल में नागर विमानन सचिव, वित्त सचिव, वित्तीय सेवा सचिव, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के डीजीएफटी और नागर विमानन मंत्रालय में संयुक्त सचिव शामिल थे। श्री वेणुगोपाल ने बताया कि विदेश व्यापार महानिदेशक ने विमान सेवाओं द्वारा वास्तविक इस्तेमाल आधार पर एटीएफ के प्रत्यक्ष आयात की अनुमति दी है। निर्धारित घरेलू विमानों तथा अनिधार्रित कैरियर विमानों में विदेशी विमान सेवाओं द्वारा प्रदत्त पूंजी के 49 प्रतिशत तक प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की मंजूरी दी गई है। श्री वेणुगोपाल ने यह भी कहा कि विमान सेवाओं को अपनी कार्य पूंजी आवश्यकता पूरी करने के लिए एक बिलियन अमरीकी डॉलर तक के ईसीबी की मंजूरी दी गई है। घरेलू क्षेत्र में संचालन का विनियमीकरण किया गया है। इस तरह अब रूट डिस्पर्सल दिशा-निर्देशों के तहत विमान सेवाएं देश में कहीं भी संचालन को स्वतंत्र हैं।