आई.एन.वी.सी,,
मो.अनस सिद्दीक़ी
ग्रेटर नोएडा,,
एजुकेशन हब ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क दो स्थित बिमटेक में उत्तर प्रदेश-उत्तराखंड इकोनोमिक एसोसिएशन की 7वीं वार्षिक संमेलन का आयोजन किया गया। इस स मेलन के प्रमुख विषय थे आर्थिक विकास में गैर-आर्थिक कारक, भारत में कृषि विकास और खाद्य सुरक्षा एवं उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में गरीबी। इस स मेलन में कई प्रसिद्ध लोग सम्मिलित हुए। योजना आयोग के प्रमुख सलाहकार डॉ॰ प्रोनब सेन, योजना आयोग के सदस्य बीके. चतुवेüदी, भूतपूर्व मंत्रिमंडल सचिव एवं योजना आयोग के सदस्य प्रोफेसर टीएस. पपोला इत्यादि प्रमुख वक्ता थे। प्रो. डीके. श्रीवास्तव को यूपीयूइए. कौटिल्या पुरस्कार प्रदान किया गया तथा भारत की विकास संभावनाओं, जोखिम, और नीति अनिवार्यताओं पर चर्चा की। यूपीयूइए का यह स मेलन वार्षिक तौर पर आयोजित किया जाता है जिसमे अर्थव्यवस्था के क्षेत्र के विशिष्ट अध्यापक, नीति निर्माता एवं विद्वान ने भाग लिया। स मेलन में अर्थव्यवस्था से जुड़े ज्वलंतशील मुद्दों पर चर्चा हुई। इस स मेलन के द्वारा लोगो को देश की पंच वर्षीय योजनाओं एवं अन्य मुद्दों से परिचित करवाया गया। सभा का उद्धाटन बिमटेक के निदेशक हरिवंश चतुवेüदी ने किया। सभा में डॉ॰ डीके. श्रीवास्तव, ने यूपीयूइए. की पत्रिका प्रकाशित की तथा डॉ॰ चतुवेüदी ने कांफ्रेंस वॉल्यूम प्रकाशित किया। डॉ॰ एच. चतुवेüदी ने यूपी. स्टेट इलेक्शन और 12वे पा¡च वर्षीय योजना के पृष्ठाधार की वजह से उन्होंने यूपीयूइए. स मेलन को काफ़ी महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने यूपी. के विकास पर चिंता ज़ाहिर की तथा इस ज्वलंतशील मुद्दे को उजागर किया कि उत्तर प्रदेश पिछड़ा हुआ क्यों है। राजनीतिक पाटिüया उत्तर प्रदेश के उत्थान के अपने कर्तव्यों में असफल रही। विद्वान एवं अर्थशास्त्रियों को अब उत्तर प्रदेश के आर्थिक विकास के लिए आगे आना पड़ेगा। इसके पश्चात स मेलन के प्रमुख विषयो के मूल स्वर वक्ता ने अभिभाषण दिया। आर्थिक विकास में गैर-आर्थिक कारक के प्रमुख वक्ता रहे प्रो. आरपी. मामगईं, निदेशक, आईडीएस. नई दिल्ली एवं डॉ॰ सीएस. नागपाल, निदेशक, school ऑफ इंजिनियरिंग एंड management, एआईटी., गुड़गांव. भारत में कृषि और खाद्य सुरक्षा विकास के प्रमुख वक्ता रहे डॉ॰ अलख एन. शर्मा, निदेशक, आइएचडी. नई दिल्ली। अंततज् उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में गरीबी के प्रमुख विषयों पर विस्तार से चर्चा करते हुए उनके काई पहलुओं को उजागर किया। भोजन के विराम के पश्चात क्व12 वीं पंचवर्षीय योजना पर दृष्टिकोणं पर एक पैनल चर्चा हुई जिसके अध्यक्ष प्रो. एसआर. हाशिम, पूर्व सचिव, योजना आयोग रहे। बीके. चतुवेüदी, सदस्य, योजना आयोग भी इस सभा में सç मलित हुए। इस प्रकार की पैनल चर्चाओं के अंत में एक सांस्कृतिक कार्यक्रम से स मेलन का समापन किया गया। कार्यक्रम में प्रसिद्ध राजस्थानी लोक गायक उस्ताद रहमत ख़ान लांगा ने अपनी कला का प्रदर्शन किया।