इंद्रा राय,,
आई एन वी सी,,
हरियाणा,,
हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि खुद हंसना व दूसरों को हंसाना अच्छे जीवन के लिए अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि दिन-भर की भाग दौड़ और तनाव के बीच अगर हम कुछ पल हंसने-हंसाने के लिए निकाल लेते हैं तो वह हमारी पूरी थकान को दूर कर एक नई स्फूर्ति पैदा करता है। मुख्यमंत्री गत सांय महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (एमडीयू),रोहतक के टैगोर सभागार में एक समाचार-पत्र द्वारा आयोजित हास्य कवि सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने इस अवसर पर नववर्ष की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आने वाला पूरा साल इसी तरह से हंसी-खुशी में बीते। मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा की संस्कृति काफी समृद्घ है,जो यहां के लोगों के कण-कण में बसी हुई है। उन्होंने कहा कि हरियाणा के लोक कवियों ने इस संस्कृति को अपने शब्दों के माध्यम से चित्रित भी किया है। उन्होंने लोगों का आह्वान किया कि वह अपनी हरियाणवी संस्कृति को पहचानें, उसके शब्दों की ताकत को पहचाने, अपनी बोली के असर को अंगीकार कर उस पर गर्व करें। इस अवसर पर उन्होंने हरियाणवी चुटकुलों व हास्य व्यंगयों से श्रोताओं को खूब हंसाया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री हुड्डा ने सभी कवियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि वे धन्य हैं जो अपने शब्दों के माध्यम से समाज को एक नई दिशा दिखाने के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं। उन्होंने कहा कि कवियों का कार्य समाज को आगे बढ़ाने का है और आज के कवि भी इस कार्य को बखूबी निभाते हुए अपनी पूरी जिम्मेदारी निभा रहे हैं। इस अवसर पर उन्होंने कार्यक्रम के आयोजकों का भी धन्यवाद दिया और कहा कि इस तरह के कार्यक्रम का आयोजन समय-समय पर होता रहना चाहिए। इस अवसर पर एमडीयू के कुलपति डा. आरपी हुड्डा ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया।
*******