कृषि के क्षेत्र में विकास हेतु अनुसंधान पर जितना भी बल दिया जाय, वह कम है – सैयद अहमद

आई.एन.वी.सी,,
रांची,,
महामहिम राज्यपाल डा0 सैयद अहमद ने आज राजभवन के दरबार हॉल में डा0 आर0के0 मिश्र एवं श्री जे0एस0 चौधरी द्वारा लिखित पुस्तक “। Agricultural Resource Database of Jharkhand,  2011-12“ “ (एग्रीकल्चर रिसोर्स डाटाबेस ऑफ झारखण्ड, 2011-1012) का लोकार्पण करते हुए कहा कि कृषि  के क्षेत्र में विकास हेतु अनुसंधान पर जितना भी बल दिया जाय, वह कम है। हमारे देश की लगभग 70 फीसदी आबादी अभी भी गाँवों में रहती है और खेती पर निर्भर है। उन्होंने कहा कि कृषिक पर ही सभी लोगों की सुख-चैन निर्भर है, अत: कृषि  जगत में नूतन व अद्यतन तकनीक अपनाने की जरूरत है, ताकि कृ”ाक अधिक-से-अधिक उत्पादन कर सके और प्रतिफल प्राप्त कर सके।  कृषि  के क्षेत्र में जितनी तेजी से विकास होगा, उतनी ही रतार से हमारे देश की आर्थिक विकास होगी। महामहिम राज्यपाल ने कहा कि मेरा यह मानना है कि कृषि के क्षेत्र में जो भी अनुसंधान हो, उसे खेतों तक पहुँचाया जाय।  महामहिम राज्यपाल ने पुस्तक क लेखक डा0 आर0के0 मिश्र एवं श्री जे0एस0 चौधरी को बधाई देते हुए कहा कि उन्हें उम्मीद है कि यह पुस्तक  कृषि  जगत के लिए उपयोगी सिद्ध होगा। उन्होंने पुस्तक के लेखक से कहा कि वे हिन्दी में भी इस पुस्तक का रूपांतरण करें, ताकि अधिक-से-अधिक कृ”ाक इसे पढ़ सके, ताकि उन्हें तकनीक का ज्ञान हो सके और उन्नत पैदावार कर सके।    इस अवसर पर पुस्तक क लेखक डा0 आर0सी0 मिश्र ने कहा कि काफी समय से  कृषि  प्रसार पदाधिकारियों, योजनाकारों, वैज्ञानिकों, शिक्षकों, प्रगतिशील किसानों और झारखण्ड राज्य में कार्य कर रहे उद्यमियों एवं स्वयंसेवी संस्थाओं की मांग रही है कि  कृषि  संबंधी सभी प्रकार के आँकड़ों को उपलब्ध कराने का प्रयास किया जाय क्योंकि इस क्षेत्र के लिए ऐसे विश्वसनीय सूचनाओं की भारी कमी रही है। अत: प्रस्तुत इस पुस्तक में अपेक्षित आँकड़ों के माध्यम से इन कमियों को दूर करने का प्रयास किया गया है।

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