ब्यूरो
नई दिल्ली. एमएसएमई (2006-07) की चौथी अखिल भारतीय गणना के त्वरित परिणाम उपलब्ध हो गए हैं । परिणामों से प्रकट हुआ है कि 2006-07 में एमएसएमई की कुल संख्या 2.61 करोड़ (वर्तमान प्रयोजित संख्या 1.3 करोड़ के स्थान पर) है । इसमें 0.15 करोड़ पंजीकृत इकाइयां और 2.46 करोड़ गैर-पंजीकृत इकाइयां शामिल हैं । कुल योग का 28 प्रतिशत विनिर्माण करने वाली तथा 72 प्रतिशत सेवा क्षेत्र में हैं । ये इकाइयां अधिक संख्या में परिधान में (14.03 प्रतिशत) तत्पश्चात खाद्य उत्पाद और पेय (13.53 प्रतिशत) तथा निजी व गृहस्थी की वस्तुओं के रख-रखाव में (9.25 प्रतिशत) हैं । एमएसएमई क्षेत्र में 5.97 करोड़ लोगों को रोजगार प्राप्त हैं जिसमें से 0.95 करोड़ लोग पंजीकृत इकाइयों में और 5.03 करोड़ लोग गैर-पंजीकृत इकाइयों में हैं ।
पंजीकृत इकाइयों का त्वरित परिणाम डीसी (एमएसएमई) के कार्यालय द्वारा संचालित गणना पर और गैर-पंजीकृत इकाइयों का त्वरित परिणाम केन्द्रीय सांख्यिकी संगठन द्वारा संचालित गणना पर आधारित है । गैर-पंजीकृत इकाइयों का नमूना सर्वेक्षण डीसी (एमएसएमई) कार्यालय द्वारा किया जा रहा है और शीघ्र ही पूरा कर लिया जाएगा । इससे एमएसएमई क्षेत्र संबंधी सम्पूर्ण सूचना प्राप्त हो जाएगी ।
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