उत्तर प्रदेश जर्नलिस्ट एसोसिएशन व लखनऊ जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन ने मनाया ’मई दिवस’ सकारात्मक सोच और गर्मजोशी के साथ

उत्तर प्रदेश जर्नलिस्ट एसोसिएशन , लखनऊ जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन, वरिष्ठ पत्रकार वीर विक्रम बहादुर मिश्र, सुरेन्द्र दुबे, पीटीआई लखनऊ के ब्यूरो प्रमुख प्रमोद गोस्वामी, उपेन्द्र शुक्ल, पी0बी0वर्मा, अजय कुमार, पूर्व सूचना आयुक्त वीरेन्द्र सक्सेना, समाजसेवी भैयाजी,फिरासत हुसैन व निर्भय सक्सेना बरेली से , अनिल अग्रवाल व रामदयाल वाराणसी से, नदीम व प्रदीप शर्मा अलीगढ से, सचिन भारद्वाज बदांयू से, मुकेश गोयल नीरज त्यागी मेरठ से वहीं लखनऊ से तारकेश्वर मिश्र,सुनील त्रिवेदी,एस0वी0सिंह,मुकेश श्रीवास्तव,रीता पाण्डेय, अनुपम चौहान, अनुराग त्रिपाठी, मंगल सिंह,के0के0वर्मा,विजय आनंद वर्मा,रवीन्द्रजायसवाल, इण्डिया टुडे के संवाददाता आशीष मिश्र,श्रीमती अनीता सहगलआई एन वी सी ,
लखनऊ,
उत्तर प्रदेश जर्नलिस्ट एसोसिएशन व लखनऊ जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन के तत्वावधान में बुधवार को ’मई दिवस’ का समारोह सकारात्मक सोच और गर्मजोशी के साथ मनाया गया। कैसरबाग स्थित राय उमानाथ बली प्रेक्षागृह में आयोजित इस समारोह में समाज के उस वर्ग (पत्रकार) की दशा सुधारने पर एक सार्थक बहस नये सिरे से शुरु हुई जो सारे समाज व सभी वर्गों को दिशा देने का कार्य करता है।
मई दिवस के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप पधारे प्रदेश के कारागार मंत्री राजेन्द्र चौधरी ने लोकतंत्र, संविंधान तथा अभिव्यक्ति की स्वतन्त्रता में सामन्जस्य पर बल देते हुए उत्तेजक विचार रखे।  श्री राजेन्द्र चौधरी ने कहा कि आज लोकतंत्र खतरे में है। मीडिया और चुनाव आयोग के जोरदार प्रचार के फलस्वरूप वोटों का प्रतिशत तो जरूर बढ गया किन्तु वोटरों की गुणवत्ता में वृद्धि नही दिखायी देती है। नये वोटरों में देश की नीतियों के प्रति चिंतन में प्रतिबद्धता व परिपक्वता नही दिख रही है जो चिंता का विषय है। चौधरी ने कहा कि स्वस्थ पत्रकारिता के जरिये  ही समाज-व्यवस्था में प्रभावी परिवर्तन सम्भव है जिसके लिए पत्रकारों को ही प्रतिबद्ध होना होगा।
श्री चौधरी ने कहा कि निर्वाचन आयोग ने लोकसभा चुनावों मंे काले धन के प्रयोग और पेड न्यूज पर रोक लगाने के सम्बन्ध में जो कदम उठाए हैं, वे अव्यवहारिक साबित हुए हैं। मतदाताओं खासकर नौजवानों को वोट डालने के लिए प्रेरित करने के नाम पर भोड़े विज्ञापन दिखाए जा रहे हैं। चुनाव केवल वोट डालने और मत प्रतिषत बढ़ाने की औपचारिकता नहीं है। वरन उससे देष की दिषा भी तय होती है। चुनावों से देष की राजनीति निर्धारित होती है। राजनीतिक दलों की नीतियों से मतदाता को जानकारी देना भी चुनाव का महत्वपूर्ण पक्ष है। लेकिन टी0वी0 चैनलों पर तो नौजवानों को यह कहते दिखाया गया है कि वह चाकलेट और कोल्ड्रिंक के बारे में जनता है तो वोट का मतलब भी जानता है। यह तो मतदान की सार्थकता को ही निरर्थक बना देना है।
कार्यक्रम के अध्यक्ष लखनऊ के महापौर डॉ0 दिनेश शर्मा ने अपने सम्बोधन में आशंका जतायी कि मीडिया के क्षेत्र में विदेशी पूंजी निवेश के आने से मीडिया, खासकर पत्रकारों का अहित होगा तथा यह देर-सवेर राष्ट्र के लिए खतरनाक होगा। उन्होंने पत्रकारिता की विश्वसनीयता बढ़ाने पर जोर दिया।
प्रदेश में श्रम विभाग के प्रमुख सचिव शैलेष कृष्ण ने कहा कि विदेशी पूंजीनिवेश से पत्रकारों को पत्रकारिता के साथ अभिव्यक्ति को बल मिलेगा क्योंकि एफडीआई के कारण पत्रकारों की वैचारिक स्वतंत्रता को सम्बल मिलेगा।
उपजा के प्रदेश अध्यक्ष रतन कुमार दीक्षित ने पत्रकारों के कल्याण संबंधी मांगों का ज्ञापन कारागार मंत्री तथा प्रमुख सचिव श्रम को पेश किया जिन्होंने आश्वस्त किया कि चुनाव समाप्ति के बाद इन पर समुचित विचार-विमर्श के बाद सम्यक निर्णय, मजीठिया वेतन बोर्ड की सिफारिशों को शीघ्र लागू कराने के सभी कारगर उपाय सुनिश्चित किये जाएंगे। दीक्षित ने महापौर डॉ. शर्मा से लखनऊ नगरनिगम की सीमा में पत्रकारों के लिए आवासीय योजना विकसित किये जाने की मांग की जिस पर महापौर ने चुनाव बाद उचित कदम उठाये जाने के प्रति दिलासा दी।
इस अवसर पर राजधानी के वरिष्ठ पत्रकारों को अंगवस्त्र व प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इनमें उपजा के संस्थापक सदस्य मधुकर त्रिवेदी, ’आज’ लखनऊ के पूर्व सम्पादक राजेन्द्र द्विवेदी, जनसन्देश के समूह सम्पादक आर.पी. सिंह, दूरदर्शन लखनऊ के समाचार निर्देशक आर0 पी0 सरोज, ए.एन.आई की ब्यूरो प्रमुख कामना माथुर प्रमुख थीं। पिछले 30 वर्षो से उपजा कार्यालय की सेवा करने वाले सहायक के रूप में कार्य कर रहे रामनरेश को भी सम्मानित किया।
कार्यक्रम में वरिष्ठ पत्रकार वीर विक्रम बहादुर मिश्र, सुरेन्द्र दुबे, पीटीआई लखनऊ के ब्यूरो प्रमुख प्रमोद गोस्वामी, उपेन्द्र शुक्ल, पी0बी0वर्मा, अजय कुमार, पूर्व सूचना आयुक्त वीरेन्द्र सक्सेना, समाजसेवी भैयाजी आदि अनेक लोगों को माल्यार्पण कर स्वागत किया गया।
प्रान्तीय महामंत्री रमेश चन्द्र जैन ने समस्त आगन्तुकों का आभार व्यक्त किया तथा आवाहन किया कि यदि पत्रकारों की मांगें न मानी गई तो प्रदेश के पत्रकारों को अपने हक के लिये एक आवाज पर लखनऊ में एकत्र होकर संर्घष करना होगा।
प्रदेश भर के विभिन्न जिलों से आये पत्रकारों तथा उनके परिजनों से सजे मई दिवस समारोह में अतिथियों के स्वागत में लखनऊ जर्नलिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष अरविन्द शुक्ल ने किया। इस मौके पर प्रदेश के विभिन्न जनपदों से आये पत्रकारों ने कार्यक्रम में हिस्सा लिया। फिरासत हुसैन व निर्भय सक्सेना बरेली से , अनिल अग्रवाल व रामदयाल वाराणसी से, नदीम व प्रदीप शर्मा अलीगढ से, सचिन भारद्वाज बदांयू से, मुकेश गोयल नीरज त्यागी मेरठ से वहीं लखनऊ से तारकेश्वर मिश्र,सुनील त्रिवेदी,एस0वी0सिंह,मुकेश श्रीवास्तव,रीता पाण्डेय, अनुपम चौहान, अनुराग त्रिपाठी, मंगल सिंह,के0के0वर्मा,विजय आनंद वर्मा,रवीन्द्रजायसवाल, इण्डिया टुडे के संवाददाता आशीष मिश्र सहित बडी संख्या में पत्रकार मौजूद थे।
कार्यक्रम के दौरान बडे मनोहारी, सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये।राष्ट्रीय कथक संस्थान की सचिव श्रीमती सरिता श्रीवास्तव की परिकल्पना एवं निर्देशन में कथक कलाकारों द्वारा शानदार प्रस्तुति की गयी। भोजपुरी अभिनेत्री प्रियदर्शिनी सिंह के शोलों के डांस से दर्शक मंत्रमुग्ध हो गये। भोजपुरी गायिका सपना पाल द्वारा भी शानदार प्रस्तुति दी गयी।  ’ओम’ शीर्षक नृत्य सबसे सराहनीय रहा। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती अनीता सहगल ने किया।

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