लॉस एंजलिस । रूस का एक अंतरिक्ष यान अपनी राह बदलकर अमेरिकी जासूसी उपग्रह के बिल्कुल करीब जा पहुंचा है, इससे दुनियाभर के विशेषज्ञ बहुत घबरा गए हैं। इस चौंका देने वाले घटनाक्रम में धरती से सैकड़ों किलोमीटर ऊंचाई पर दोनों महाशक्तियों के आमने-सामने आने के बाद विशेषज्ञों को डर है कि कही वे एक-दूसरे पर हमला न कर दें।
दरअसल, रूसी यान कॉस्मॉस 2542 काफी पहले से अमेरिकी उपग्रह यूएसए 245 के करीब की कक्षा में ही पृथ्वी के चक्कर लगा रहा था। पर, करीब दस दिन पहले कॉस्मॉस ने अचानक अपनी कक्षा बदल ली और अमेरिकी उपग्रह के 150 किलोमीटर करीब तक पहुंच गया। अमेरिकी उपग्रह यूएसए 245 अमेरिकी सैन्य संस्था के लिए 2013 से खुफिया अभियान पर है। इस अभियान के तहत दर्जन भर उपग्रह पृथ्वी के चक्कर लगा रहे हैं।
अमेरिका ने कभी भी इनकी उपस्थिति या काम को लेकर कोई जानकारी साझा नहीं की है। बताया जाता है कि ये टोही उपग्रह अत्याधुनिक संचार सुविधाओं से लैस हैं। पर्ड्यू विश्वविद्यालय से जुड़े उपग्रह विशेषज्ञ माइकल थॉम्पसन इस पूरी घटना पर करीब से नजर बनाए हुए हैं।
उन्होंने कहा यह असाधारण है। हो सकता है कि रूसी यान सिर्फ जासूसी अभियान पर हो। हम कुछ पक्के तौर पर तो नहीं कह सकते, लेकिन ये गतिविधियां काफी संदेहास्पद हैं। किसी को नहीं पता कि आगे क्या होगा। हकीकत यह है कि रूस ने अमेरिका की चिंता को कई गुना बढ़ा दिया है। इसकी वजह एंटी सैटेलाइट कैपेबिलिटी सिस्टम है, जिसको वह तेजी से विकसित करने में लगा है।
अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट के अनुसार रूस ने हाल में इसका परीक्षण किया था जो पूरी तरह सफल रहा था। अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट की मानें तो इस एंटी सैटेलाइट मिसाइल ने 17 मिनट की उड़ान के दौरान 1864 मील की दूरी तय की और लक्ष्य को हिट किया। गौरतलब है कि रूस के अलावा चीन और भारत भी इसका परीक्षण कर चुके हैं। PLC.