वाराणासी ,
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को कचहरी पहुंच कर वाराणसी संसदीय सीट के लिए नामांकन भरा। नामांकन के दौरान कचहरी मुख्यालय के गेट पर वकीलों ने मोदी जिंदाबाद के नारे लगाए। हल्की नोकझोक के बीच प्रस्तावकों के साथ केजरीवाल ने कमरे में पहुंच कर अपना नामांकन दाखिल किया। केजरीवाल नामांकन भरने के बाद ठीक तीन बजे बाहर निकल गए। मनीष सिसोदिया और आशुतोष भी उनके साथ हैं।
इससे पहले रोड शो के दौरान केजरीवाल ने और भाजपा पर जमकर निशाना साधा। केजरीवाल ने कहा कि भाजपा मोदी के लिए इस चुनाव में करीब पांच हजार करोड़ रुपये खर्च कर रही है। आखिर ये पैसे कहां से आए?
केजरीवाल ने कहा कि चुनाव बाद अगर भाजपा की सरकार बन जाएगी तो वह इन रुपयों की वसूली करेगी और यह वसूली आम आदमी से ही की जाएगी। अपना नामांकन पत्र भरने के पहले सुबह सवा ग्यारह बजे वह लहुराबीर पार्क पहुंचे। हजारों लोगों की मौजूदगी में उन्होंने चंद्रशेखर आजाद की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के बाद संक्षिप्त संबोधन किया। इसके बाद पूरा जुलूस पैदल ही कलेक्ट्रेट की ओर चल दिया।
हालांकि एक खुली जीप भी साथ चल रही थी जिसपर बीच बीच में केजरीवाल सवार हो जा रहे थे। लहुराबीर से अंधरापुल के करीब सवा किलोमीटर के सफर को तय करने में करीब सवा घंटे लग गए। दोपहर 12:55 पर जुलूस ने नदेसर क्षेत्र पार किया। मिंट हाउस पर नामांकन जुलूस ठहरने के बाद केजरीवाल कचहरी की ओर नामांकन करने के लिए रवाना हुए।
जुलूस में मनीष सिसौदिया, कुमार विश्वास, संजय सिंह, अलका लांबा, गोपाल राय समेत कई प्रमुख नेता व पूर्व आप विधायक शामिल हैं।
केजरीवाल की सुरक्षा टाइट
आप संयोजक अरविंद केजरीवाल बुधवार को अपना नामांकन कर रहे हैं। बनारस में केजरीवाल पर लगातार हो रहे हमले से परेशान पुलिस सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। एसपी स्वयं फोर्स के साथ केजरीवाल के जुलूस में मौजूद हैं। केजरीवाल के वाहन के समीप किसी को जाने की इजाजत नहीं है।
मोदी की अब निकल रही हवा
आप प्रवक्ता ने केजरीवाल पर काशी में हुए हमले के लिए सीधे तौर पर भाजपा को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि यह हमला हताशा का परिणाम है। लोकतांत्रिक व्यवस्था में इन्हें यकीन नहीं। काशी में मोदी की हवा नहीं बल्कि बची हवा अब निकल रही है। भाजपा के प्रदेश प्रभारी अमित शाह कहते हैं कि यह लहर नरेंद्र मोदी के नामांकन करते ही सुनामी का रूप ले लगी। उन्हें पता होना चाहिए कि सुनामी कितना विनाशकारी होती है। उल्लेखनीय है कि केजरीवाल पर काशी में कई स्थानों पर हमले किए गए। उनका व्यापक विरोध हुआ।
गुजरात में किसानों की दुर्दशा
आप नेताओं ने पिछले दिनों के अमित शाह के वक्तव्यों का जिक्र करते हुए कि कहा कि यह फासीवाद की आहट है। गुजरात के किसानों की दुर्दशा का जिक्र किया। साक्ष्य मीडिया के समक्ष रखे और कहा कि एक रुपये प्रति वर्ग मीटर की दर से किसानों की जमीन ली गई। किसान खून के आंसू बहा रहे हैं इसलिए हम 21 से रोहनिया, सेवापुरी समेत अन्य क्षेत्रों के तीन सौ गांवों में केजरीवाल लाओ, किसान बचाओ अभियान शुरू करेंगे।