विक्रांत,
आई एन वी सी,
चंडीगढ़,
प्रशासन ही उजाड़ रहा है मोटर मैकेनिको को
मनीमाजरा स्थित एशिया की सबसे बड़ी मोटर मार्केट में यहा रोजना लाखो गाडिया ठीक होती है और इन्ही गाडियों को ठीक करके चंडीगढ़ में रहने वाले हजारो मैकेनिक काम करके अपना और अपने परिवार का पालन पोषण करते है पर अब चंडीगढ़ नगर निगम के अडियल रैविये से इन पेटी मैकेनिको के खाने के लाले पड़े हुए है , मैकेनिक वेलफेयर एसोसिएशन मनीमाजरा के प्रधान बाबा बघैल सिंह ने चंडीगढ़ प्रशासन से मांग की है कि यहा पेटी मैकेनिको को लाईसेंस जारी किए जाए व काम करने के लिए उचित व स्थायी स्थान दिया जाए वही एसोसिएशन के सचिव लछ्मन सिंह व वित्त सचिव गोबिंद राय ने कहा कि चंडीगढ़ नगर निगम मैकेनिको से पेटी के हिसाब से मासिक किराया ले सकता है जिससे नगर निगम को आमदनी का जरिया बनेगा वही पेटी मैकेनिको के परिवारों का पालन पोषण भी होता रहेगा, एसोसिएशन के प्रेस सचिव हरी शर्मा ने कहा कि इस मोटर मार्किट में चंडीगढ़ के अलावा पंजाब , हरियाणा व हिमाचल प्रदेश से भी इस मार्केट में गाड़िया ठीक करवाने आते है , लेकिन नगर निगम के अडियल रैविये से कतराते हुए यहा आना कम क्र दिया है , क्योकी बाहर से गाडी ठीक करवाने आए इन लोगो को नगर निगम के अतिक्रम दस्ते का शिकार होना पड़ता है ,कई कई बार तो नगर निगम के अधिकारी मैकेनिको के ओजारो के अलावा ठीक होने आई गाडियों को भी जब्त कर लेते है , इसी वजह से पड़ोसी राज्य से लोग यहा गाडी ठीक करवाने से डरने लगे है , और दिन प्रति दिन कम हो रहे इन ग्राहकों के कारण मोटर मैकेनिक व मार्केट की आर्थिक स्थिति बिगडती जा रही है ,परिणाम स्वरूप एशिया की सबसे बड़ी कहलाने वाली इस मोटर मार्केट की पहचान कम होती जा रही है , जिसका असर मैकेनिको के साथ साथ चंडीगढ़ की लोकप्रियता पर भी असर पड़ रहा है ,