मुरसलीन अहमद
कुआलालंपुर (मलेशिया). मलेशिया के गृह मंत्री हिशामुद्दीन तुन हुसैन ने कहा है कि अगर भारतवंशियों का संगठन हिंद्राफ अपने ऊपर लगी पाबंदी के खिलाफ गृह मंत्रालय में अपील करता है तो उस पर पुनर्विचार किया जा सकता है.
गृह मंत्री ने कहा कि सरकार ने आंतरिक सुरक्षा क़ानून के तहत हिरासत में लिए गए हिंद्राफ के पांच नेताओं को रिहा करके यह साबित कर दिया है कि मलेशिया में किसी के साथ कोई भेदभाव नहीं होता. हिंद्राफ के अध्यक्ष पी. वेथामूर्ति के लंदन में आत्मनिर्वासन से मलेशिया लौटने के सवाल पर उन्होंने कहा कि अगर इस संबंध में उनके पास कोई अर्जी आती है तो गृह मंत्रालय उस पर भी विचार करेगा.
गौरतलब है कि हिंद्राफ के अध्यक्ष पी. वेथामूर्ति मलेशिया लौटना चाहते हैं. मलेशिया सरकार ने देश विरोधी गतिविधियों को लेकर हिंद्राफ पर प्रतिबंध लगा दिया था. इसकी वजह से इस संगठन के कई बड़े नेता मलेशिया छोड़ गए थे और कई भूमिगत हो गए थे.