मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि समाज को समृद्ध बनाने साहित्य का भी उतना ही योगदान है जितना विज्ञान और शोध का । मुख्यमंत्री हरियाणा मंगलवार को हरियाणा निवास में हरियाणा साहित्य अकादमी की तरफ से आयोजित साहित्यकार अभिनंदन समारोह को संबोधित कर रहे थे।इस मौके पर मुख्यमंत्री ने साहित्यकारों को सम्मानित किया।
इस अवसर पर जाने माने साहित्यकार पद्म भूषण गोपाल दास नीरज को राष्ट्रीय स्तर के आजीवन साहित्य साधना सम्मान से नवाजा गया। उनको 5 लाख रूपए की सम्मान राशि भी दी गई। इनके अलावा डा. अशोक चक्रधर को आदित्य-अल्हड़ हास्य सम्मान (सम्मान राशि 1 लाख रूपए),अरूण जैमिनी को हरियाणा गौरव सम्मान (सम्मान राशि 1 लाख रूपए) से सम्मानित किया गया। साहित्यकार मदन गोपाल शास्त्री को महाकवि सूरदास सम्मान (सम्मान राशि 1.5 लाख रूपए),चंद्रकांता को बाबू बालमुकुंद गुप्त सम्मान (सम्मान राशि 1 लाख रूपए),मनमोहन गुप्ता मोनी को लाला देशबंधु गुप्त सम्मान (सम्मान राशि 1 लाख रूपए),आचार्य महाबीर प्रसाद शास्त्री को पं.लख्मीचंद सम्मान (सम्मान राशि 1 लाख रूपए),योगेंद्र मौदगिल को जनकवि मेहरसिंह सम्मान (सम्मान राशि 1 लाख रूपए),सुदर्शन रत्नाकर को श्रेष्ठ महिला रचनाकार के सम्मान (सम्मान राशि 1 लाख रूपए) से विभूषित किया गया। मुख्यमंत्री ने विशेष साहित्य सेवी सम्मान से डा. राजेंद्र मोहन भटनागर,डा.बलदेव बंशी,डा.अमरनाथ अमर,अमरनाथ साहनी,वीरेंद्र गोयल,रूप देवगुण,महेंद्र शर्मा,अनुपम मिश्र (इनमें प्रत्येक को सम्मान राशि 51000 रूपए) को अलंकृत किया गया। साहित्य के क्षेत्र में विशेष योगदान के लिए इस समोराह में पहली बार पं. लख्मीचंद सांत्वना सम्मान सत्यनारायण वशिष्ठ को दिया गया।